
गोड्डा प्रतिनिधि
कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ता सम्मेलन में जेवीएम का नाम लिए जाने के बाद बैठक में जमकर बवाल हो गया। दोनों पक्ष के लोग आपस में भिड़ गए और काफी देर तक हो हंगामा होता रहा। महिला कार्यकर्ताओं से भी बदसलूकी की गई । हंगामे की स्थिति में किसी की बात सुनी नहीं जा रही थी एक दूसरे को धक्कामुक्की भी किया जाने लगा।
क्या है पूरा मामला ?
गोड्डा मुख्यालय स्थित वृंदावन होटल में कांग्रेस का कार्यकर्ता सम्मेलन का आयोजन किया गया था। जिसमें महगामा विधानसभा से कांग्रेस की विधायक दीपिका पांडे सिंह के अलावा पोड़ैयाहाट सीट से जेवीएम के टिकट पर चुनाव जीतकर आए विधायक प्रदीप यादव भी मौजूद थे ।
बैठक के दौरान अपने संबोधन में एक कार्यकर्ता ने यह कह दिया कि कांग्रेस के कार्यकर्ता सम्मेलन में कांग्रेस से अधिक तो जेवीएम के कार्यकर्ता मौजूद हैं। इस बात का विधायक दीपिका पांडे सिंह ने विरोध करते हुए कहा कि कांग्रेस के मंच पर जेवीएम की बात करना उचित नहीं है। अपने नेता के द्वारा विरोध किए जाने के बाद उनके समर्थक भी खड़े हो गए और उस कार्यकर्ता का विरोध करने लगे।

विवाद बढ़ता देख जिला अध्यक्ष दिनेश यादव ने उस कार्यकर्ता से माइक छीन कर वापस भेज दिया। इसके बात प्रदीप यादव के समर्थक भी उठ खड़े हुए और दोनो तरफ से एक दूसरे का जमकर विरोध होने लगा। मामला पूरी तरह बिगड़ चुका था। इसे शांत करने के लिए विधायक प्रदीप यादव ने कांग्रेस जिंदाबाद के नारे भी लगाए, मगर कोई सुधार नही हुआ।
बाद में दोनों विधायकों ने अपने अपने कार्यकर्ताओं को किसी तरह शांत करवाया और कार्यक्रम को आगे बढ़ाया । मगर कार्यक्रम के दौरान यह बात स्पष्ट हो गया कि बाहर से आए जेवीएम के कार्यकर्ताओं को कांग्रेस वाले स्वीकार करने को तैयार नहीं हैं। और कांग्रेस के कार्यकर्ता को आगे रखकर बड़े भाई के रूप में जेवीएम के कार्यकर्ता मानने को तैयार नही है। दोनों के कार्यकर्ताओं के बीच एक अदृश्य लाइन खींच गई है। फिलहाल दूसरे दल वालो खासकर विपक्षी को एक मसाला मिल गया है इसकी चर्चा चारों ओर हो रही है।
