महिला का गला रेतकर हत्या मामले में पुलिस ने किया उदभेदन
नाजायज संबंध के कारण घटना को दिया गया अंजाम
तीन युवकों को गिरफ्तार कर भेजा जेल
अमित सहाय
गिरिडीह । ससुर के साथ महिला के अवैध संबंध के कारण एक युवक ने अपने रिश्तेदार और दोस्तों के साथ मिलकर महिला की गला रेत कर हत्या कर दी। हत्या करने के बाद युवक और उसके साथी फरार हो गये लेकिन गिरिडीह मुफ्फसिल पुलिस ने पूरे मामले का उद्भेदन कर लिया है। पुलिस ने खिजरसोता निवासी विरेंद्र वर्मा, अभिषेक दास और कैलाढाब के पवन वर्मा को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
क्या है पूरा मामला ?
दरअसल, पिछले 21 सितंबर को गिरिडीह जमुआ मुख्य मार्ग के बगल सेनादोनी में एक महिला की लाश बरामद हुई थी। महिला को गला रेतकर मार डाला गया था। घटना की सूचना पर एसडीपीओ अनिल सिंह और थाना प्रभारी विनय राम पहुंचकर शव को कब्जे में लेकर सदर अस्पताल भेजकर अंत्येष्टि कराया गया था।
घटना के बाद महिला की पहचान परसन के खिजरसोता निवासी महेंद्र यादव की पत्नी ललिता देवी के तौर पर की गई, लेकिन यह पता नहीं चल रहा था कि महिला की हत्या किसने और किस उद्देश्य से की थी।
पुलिस अधीक्षक गिरिडीह अमित रेणू के निर्देश पर एसडीपीओ और थाना प्रभारी पड़ताल में जुट गये।
कॉल डंप और कॉल डिटेल निकाला गया तो शुरुआती जांच में कुछ विशेष सुराग नहीं मिला। मोबाइल सिमकार्ड भी फर्जी मिल रहा था लेकिन हर बिंदू पर बारिकी से जांच की गई तो साफ हुआ कि हत्या के पीछे कारण नाजायज संबंध है।
क्यों की गई महिला ललिता की हत्या ?
संतोष के ही एक दोस्त ने महिला ललिता को अपने प्रेमजाल में फंसाया। उसके बाद 21 सितम्बर को संतोष अपने अन्य तीन साथियों को लेकर मुम्बई से गिरिडीह पहुंचा। संतोष के जिस दोस्त ने ललिता को अपने प्रेमजाल फंसाया था उसने महिला को फोन कर जमुआ बुलवाया। ललिता जब जमुआ पहुंची तो युवक उसे बाइक पर बैठाकर सेनादोनी दसमलिया जंगल लाया, जहां पहले से मौजूद सन्तोष, बिरेंद्र, पवन, अभिषेक समेत सात लोगों ने मिलकर ललिता की हत्या कर दी।
इसके बाद सभी फरार हो गए । बाइक का जुगाड़ करने में बिरेंद्र और उसके साथी सक्रिय रहे । गिरिडीह मुफ्फसिल थाना प्रभारी विनय राम ने बताया कि इस घटना में शामिल तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है । सभी को जेल भेज दिया गया है । अन्य चार की तलाश की जा रही है।