रांची। झारखण्ड का गिरिडीह शहर सोलर सिटी बनेगा। पारसनाथ पर्यटन स्थल होने के कारण गिरिडीह को सोलर सिटी बनाया जाएगा। सोलर सिटी बनने के बाद गिरिडीह जिले के लोग अपने घरों में बिजली से जुड़े कार्य के लिए सोलर पावर का उपयोग करेंगे। इतना ही नहीं गिरिडीह शहर के हर चौक-चौराहों की स्ट्रीट लाइट सोलर पावर से ही रौशन होंगी। सभी सरकारी कार्यालयों में सोलर पावर से बनने वाली बिजली का ही खपत होगा।
80 करोड़ रुपये देगी राज्य सरकार
यह कार्य ज्रेडा द्वारा क्रियान्वित किया जाएगा। गिरिडीह में कुल 29858 विद्युत कनेक्शन हैं। इसकी कुल क्षमता 41 मेगावाट है। राज्य सरकार ने नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय, भारत सरकार की मार्ग-निर्देशिका के आलोक में गिरिडीह शहर का सोलर सिटी के रूप में चयन करते हुए विकसित करने के लिए 80.75 करोड़ रुपये की प्रशासनिक स्वीकृति दी है। इसके तहत रूफटाप पावर प्लांट बिना बैटरी के लिए केंद्रांश 40 प्रतिशत एवं राज्यांश 60 प्रतिशत के फार्मूले पर काम शुरू होगा। योजनाओं के लिए राज्यांश के तौर पर 3.75 करोड़ रुपये जेरेडा को अनुदान स्वरूप उपलब्ध कराने की स्वीकृति दी गई। योजना के तहत 3 लाख रुपये वार्षिक आय वाले परिवारों को शत प्रतिशत सब्सिडी देने का प्रविधान किया गया है।
रांची, धनबाद, जमशेदपुर, देवघर एवं बोकारो को दूसरे चरण में सोलर सिटी के रूप में विकसित करने का प्रस्ताव है।