
गावां/ गिरिडीह । विभागीय उदासीनता के कारण संवेदकों की मनमानी से कई प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना भ्रष्टाचार का भेंट चढ़ गया है। प्रखंड के कई पंचायतों में महज छह माह से डेढ़ वर्षों के बीच कई सड़क धंस कर टूट गया है। जिसे देखने वाला आज कोई नहीं है। इससे संबंधित विभाग भी संवेदकों के साथ हाथ पर धरकर हाथ बैठी हुई है।
ऐसा ही एक मामला गावां प्रखंड के बेलाखुट्टा का है। गावां प्रखंड के निमाडीह पंचायत स्थित बेलाखुट्टा में 39 लाख रुपये की लागत से यहां बना कालीकरण सड़क कई जगह टूटकर जर्जर हो गया है। उक्त सड़क का निर्माण दस माह पूर्व बगोदर के एक ठेकेदार द्वारा कराया गया था। सड़क निर्माण के दौरान गुणवत्ता का भी ख्याल नहीं रखा गया था। जिसका ग्रामीणों ने भी विरोध जताया था और जांच की मांग की थी।
ग्रामीणों ने आरोप भी लगाया था कि सड़क को बगैर साफ किए मिट्टी के ऊपर संवेदक द्वारा जैसे तैसे कालीकरण किया जा रहा है। यहां तक की सड़क की ढलाई में भी कटौती की गई थी। लेकिन उस समय अधिकारियों ने मामले को गंभीरता से नहीं लिया। जिसका ग्रामीणों को आज खामियाजा भुगतना पड़ रहा है।
बता दें कि उक्त डेढ़ किमी नवनिर्माण सड़क में दर्जनों बड़े-बड़े गड्ढे उभर आए हैं और कुछ स्थानों पर कालीकरण भी बह गया है। मामले को लेकर ग्रामीणों ने भी टूटे हुए सड़क को मरम्मत कराने की मांग की है।
इधर, कार्यपालक अभियंता बाल किशोर किस्कू ने कहा कि टूटे हुए सड़क को शीघ्र ही संवेदक को बोलकर मरम्मत करा दिया जाएगा। उक्त पथ मरम्मत के कार्यकाल में है। उन्होने कहा कि बेलाखुट्टा नदी में पुल बनाने का भी विभागीय स्वीकृति मिल गया है। जिसे बरसात के बाद वहां काम भी शुरू किया जाएगा।