★ रेस्क्यू ऑपेरशन चलाकर शव को खोजने का हर संभव किया प्रयास, नही मिला मजदूरों का शव
★डीसी और एसपी ने किया तिसरी प्रखंड के ससकिया रखवा माइंस का निरीक्षण, लिया वस्तुस्थिति का जायजा
[राजेश कुमार]
गिरिडीह : उपायुक्त राहुल कुमार सिन्हा और पुलिस कप्तान अमित रेणु शुक्रवार को तिसरी प्रखंड के ससकिया रखवा माइंस का निरीक्षण कर वस्तुस्थिति का जायजा लिया।
विदित हो कि ससकिया रखवा माइंस में बीते मंगलवार को कार्य कर रहे दो मजदूरों की मौत जमीन धंसने के कारण हो गया था। उक्त स्थल का निरीक्षण कर उपायुक्त ने सभी संबंधित अधिकारियों को कई आवश्यक निर्देश दिया।
एनडीआरएफ की टीम ने चलाया रेस्क्यू ऑपेरशन :
खदान में दब कर मरे मजदूरों के शव की तलाश में NDRF की टीम एवं स्थानीय प्रशासन दिन भर रेस्क्यू ऑपेरशन चलाया गया। एनडीआरएफ की टीम द्वारा स्थानीय ग्रामीणों के सहयोग से खदान के अंदर दोनों होल्स तक रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया तथा शव को खोजने का हर संभव प्रयास किया। टीम के सदस्यों ने यह पाया गया कि माइंस के अंदर पत्थर के धसने की संभावना ज्यादा थी। NDRF की उपलब्ध तकनीकों से माइंस पत्थर के अंदर तक शव की खोजबीन की। शव निकालते वक़्त पत्थर के नीचे वाले हिस्से की गिरते मिट्टी का खतरा को देखते हुए NDRF की टीम द्वारा रेस्क्यू ऑपरेशन बन्द कर दिया गया।
माइंस बंद करा भूमि का किया गया समतलीकरण :
भविष्य में इस प्रकार की घटना घटित न हो तथा स्थानीय ग्रामीणों की सुरक्षा को देखते हुए जेसीबी मशीन के जरिए माइंस को बंद कर भूमि का समतलीकरण किया गया। उपायुक्त ने कहा कि NDRF के बचावकर्मी स्थानीय प्रशासन के साथ समन्वय से माइंस में फंसे लोगों की सहायता के लिए दिन भर तत्पर व तैयार रहें।
मृतक के परिजनों से किया मुलाकात :
उपायुक्त श्री सिन्हा इस दौरान दोनों मृत व्यक्तियों के परिजनों से मुलाकात कर उन्हें हर संभव मदद का भरोसा दिया। उपायुक्त ने खेद प्रकट करते हुए कहा कि यह बहुत ही दुःखद है।
माइंस संचालकों पर होगी विधिसम्मत कार्रवाई :
उपायुक्त ने कहा कि इस माइंस का संचालन अवैध रूप से किया जा रहा था। ग्रामीणों की सुरक्षा को देखते हुए इस अवैध रूप से संचालित माइंस को बंद करा दिया गया है तथा भूमि का समतलीकरण करा दिया गया है। उन्होंने कहा कि अवैध रूप से माइंस का संचालन कर रहे संचालकों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
मौके पर पुलिस अधीक्षक, अनुमंडल पदाधिकारी, खोरी-महुआ, प्रखंड विकास पदाधिकारी, तिसरी, NDRF की टीम, जिला प्रशासन के पदाधिकारी एवं कर्मी व अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।