
उज्जवल दुनिया संवाददाता/ विजय मधेशिया
चौपारण। एक ओर पूरा विश्व भारत के राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को उनकी जयंती पर याद कर रहा है। उनके संदेश सत्य, अहिंसा और स्वच्छता को आत्मसात कर रहा है। वहीं हजारीबाग के चौपारण में लोगों ने बापू को बिसार दिया। यहां दो अक्तूबर को भी गांधी स्मारक सूना पड़ा रहा। न को कोई साफ-सफाई हुई और न ही गांधी जी की प्रतिमा पर श्रद्धा के दो फूल चढ़ाए गए। चौपारण में महात्मा गांधी का स्मारक वर्ष 1950 में स्थापित किया गया था।
करीब सात दशक पूर्व चौपारण के मदनलाल जैन यहां के कई वरिष्ठ व गणमान्य लोगों ने चौपारण चट्टी में केसरवाणी की जमीन पर गांधी स्मारक का निर्माण कराया था। मदनलाल जैन ने भारत के पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री का भी स्मारक एक साथ बनवाए थे। लेकिन दोनों महापुरुषों की जयंती पर किसी ने स्मारक की सुध नहीं ली और बापू की प्रतिमा धूल-धूसरित ही रह गई।