21 जून से सभी देशवासियों को मुफ्त में कोरोना वैक्सीन दी जाएगी। इसके लिए केन्द्र सरकार खुद से वैक्सीन खरीदकर राज्य सरकारों को देगी। वैक्सीन खरीदने और लोगों तक पहुंचा है या नहीं, इसके लिए गृह मंत्रालय को नोडल एजेंसी बनाया गया है। वैक्सीन खरीदने के लिए 75 फीसदी पैसा केन्द्र सरकार ही वहन करेगी। इस बात की घोषणा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश के नाम संबोधन के दौरान कही।
30 करोड़ लोगों को मुफ्त वैक्सीन लगा है, बाकि 75 करोड़ को भी देंगे- प्रधानमंत्री
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि हमने अबतक 30करोड़ देशवासियों को मुफ्त में टीका लगवाया है। यह दुनिया के किसी भी देश में लगाए गए टीके से ज्यादा है। ऐसा कोई कारण नहीं कि बाकी 75 करोड़ लोगों को फ्री में वैक्सीन न लगा सकें। जो स्वेच्छा से पैसे देकर वैक्सीन लगावाना चाहते हैं, उनके अलावा सभी को मुफ्त टीका लगाया जाएगा।
वैक्सीन पर अफवाहें फैलाने वालों पर तंज
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आज भी समाज के एक तबके में वैक्सीन को लेकर भ्रांतियां फैलाई जा रही हैं। ऐसा करने वाले देश की जनता के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। इसके गंभीर परिणाम भुगतने होंगे। वैक्सीन को लेकर अफवाह की राजनीति से किसी का भला नहीं होने वाला ।
कुछ राज्य सरकारों ने वैक्सीन पर राजनीति की
प्रधानमंत्री ने कहा कि पहले राज्य सरकारों ने कहा कि हेल्थ स्टेट सब्जेक्ट है। उन्होने केन्द्र की दखलअंदाजी को लेकर खूब शोर मचाया। फिर जब हमने वैक्सीनेशन का काम राज्य सरकारों पर छोड़ दिया तो ये कहा जाने लगा कि केन्द्र सरकार ने राज्यों को अनाथ छोड़ दिया। मोदी देश की जनता के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। कुछ राज्यों की सरकारों ने वैक्सीन की कमी का रोना रोया, पर सबने देखा कि वहां वैक्सीन कूड़े के ढेर में पड़े मिले। आज मैं फिर कहता हूं कि वैक्सीन खरीदकर केन्द्र सरकार राज्यों को मुहैया कराएगी। उन्हें सिर्फ लोगों को टीका लगवा देना है।