छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले में सरेंडर नक्सली से पुलिस अधिकारी बने संजय पोटाम को तीसरी बार राष्ट्रपति वीरता पदक से सम्मानित किया जा रहा है। पहले नक्सली संगठन के सदस्य रहे संजय ने 2013 में दंतेवाड़ा पुलिस के सामने सरेंडर किया था और इसके बाद कई नक्सलियों को ढेर करने और सरेंडर करवाने में अहम भूमिका निभाई। उनकी पुख्ता सूचनाओं और साहसिक कार्यों के चलते यह सम्मान उन्हें तीसरी बार मिला है।
इस सूची में दंतेवाड़ा की महिला डीएसपी अंजू कुमारी का नाम भी शामिल है। उन्होंने 18 दिसंबर 2021 को पोटाली के जंगलों में नक्सल विरोधी अभियान का नेतृत्व करते हुए अदम्य साहस दिखाया और दो सशस्त्र नक्सलियों को मार गिराया। डीआरजी टीम को लीड करते हुए उनके योगदान को गणतंत्र दिवस 2025 के अवसर पर सराहा गया है।
दंतेवाड़ा जिले से कुल 9 पुलिस अफसरों और कर्मचारियों को राष्ट्रपति वीरता पदक से नवाजा जा रहा है। इसमें डीएसपी अंजू कुमारी, निरीक्षक संजय पोटाम, उप निरीक्षक चैतराम गुरूपंच, हेड कांस्टेबल हेमला नंदू, प्यारस मिंज, कमलेश मरकाम, कांस्टेबल मनोज पुनेम, और मरणोपरांत प्रधान आरक्षक बुधराम कोरसा शामिल हैं।
दंतेवाड़ा एसपी गौरव रॉय और एएसपी आरके बर्मन ने कहा कि यह गणतंत्र दिवस दंतेवाड़ा पुलिस के लिए गर्व का क्षण है। सुरक्षा बलों की वीरता ने नक्सल प्रभावित क्षेत्र में कानून-व्यवस्था बनाए रखने में बड़ी भूमिका निभाई है।