हजारीबाग के पूर्व सांसद, पूर्व वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा बंगाल चुनाव से ठीक पहले ममता बनर्जी की पार्टी TMC में शामिल हो गए। इस तरह 2014 में मोदी सरकार आने के बाद उन्होंने कुल तीन पार्टी बदल ली है और करीब एक दर्जन से अधिक पार्टियों को समर्थन दे चुके हैं। हालांकि उनके समर्थन या विरोध से बंगाल चुनाव पर कितना असर पड़ेगा, कहा नहीं जा सकता ।
मोदी को देश से उखाड़ फेंकना ही मेरा लक्ष्य- यशवंत सिन्हा
TMC की सदस्यता लेने के बाद यशवंत सिन्हा ने पत्रकारों से कहा कि आज BJP के साथ कौन है ? देश के किसान, छात्र, मजदूर, बुद्धिजीवी सभी मोदी-अमित शाह की जोड़ी के खिलाफ़ उठ खड़े हुए हैं। मेरे जीवन का अंतिम लक्ष्य मोदी के शासन का खात्मा है और इसके लिए मैं किसी भी हद तक जाऊंगा ।
अटल जी की भाजपा और मोदी की भाजपा अलग
यशवंत सिन्हा ने कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी की भाजपा में सभी का सम्मान था, विरोधियों की भी बातें ध्यान से सुनी जाती थी । लेकिन मोदी-अमित शाह की भाजपा विरोधियों को कुचलने में यकीन रखती है । जो उनका विरोध करते हैं, उन्हें तरह-तरह से प्रताड़ित किया जाता है। देश में लोकतंत्र नहीं, बल्कि मोदी-अमित शाह की तानाशाही चल रही है।