
कोडरमा। झारखंड के कोडरमा जिले में अवैध माइका खनन को रोकने के लिए छापेमारी करने गई वन विभाग की टीम पर बुधवार को हमला किया गया। माइका माफिया के इशारे पर हुए हुए हमले में आधा दर्जन वन कर्मी घायल हो गए। सभी का इलाज सदर अस्पताल में किया जा रहा है।
इस घटना को लेकर वन विभाग की ओर से मनोज मोदी व 100 अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया जा रहा है। अधिकारियों ने कहा कि छापेमारी अभियान जारी रहेगा।
जानकारी के अनुसार कोडरमा वन्य प्राणी आश्रयणी के लोकाई स्थित गंभरिया जंगल में अवैध रूप से माइका का खनन होने की जानकारी वरीय अधिकारियों को मिली थी। सूचना पर रेंजर के निर्देश पर वनपाल के नेतृत्व में टीम जंगल के लिए रवाना हुई।
दोपहर बाद टीम खनन स्थल की डोजरिंग की तैयारी कर निकली, पर खदान के पास पहुंचने से पहले बीच जंगल में खनन माफिया के लोगों ने टीम को घेर लिया।

लाठी-डंडे, तीर-धनुष से लैस लोगों ने वन कर्मियों पर हमला कर दिया। इस हमले में वनपाल सुरेंद्र कुमार, प्रभारी वनपाल उस्मान अंसारी, वन रक्षी अजय नायक, छत्रपति शिवाजी, किशोर यादव, सुनील यादव घायल हो गए। अजय नायक व एक अन्य वन कर्मी को ज्यादा चोट आयी है।
हमले से बचने के लिए वन कर्मी व दैनिक वेतन भोगी किसी तरह निकले। जंगल में भटकने के बाद किसी तरह बचते हुए सभी देर रात जिला मुख्यालय पहुंचे। यहां से केस दर्ज करवाने के लिए कोडरमा थाना आ गए। वन्य प्राणी आश्रयणी हजारीबाग के डीएफओ अविनाश चौधरी ने बताया कि विभाग की टीम पर हमला हुआ है।
इसमें छह कर्मी घायल हैं, जिसमें दो कर्मियों को ज्यादा चोट है।
उन्होंने कहा कि हमला करने वालों को चिह्नित कर प्राथमिकी दर्ज करने की कार्रवाई चल रही है। डीएफओ ने कहा कि किसी भी हाल में अवैध खनन नहीं होने दिया जाएगा। छापेमारी अभियान जारी रहेगा।

