पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह कल अमित शाह से मिले थे। दोनों नेताओं के बीच करीब 50 मिनट तक मुलाक़ात हुई। और अब कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोवाल से मुलाक़ात की है।
पंजाब की जमीनी हकीकत और किसान आंदोलन को लेकर चर्चा
सूत्र बताते हैं कि किसान आंदोलन को लेकर पंजाब में अलगाववादी एक बार फिर राज्य को अशांत करने में जुटे हैं। कांग्रेस में जिस तरह की उठा पटक चल रही है, उसके बाद खासकर बॉर्डर के ग्रामीण इलाकों में खालिस्तानी मूवमेंट फिर से शुरू हो गया है। कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने इन्हीं सब बातों को लेकर पहले गृहमंत्री को ब्रीफ किया और अब वो विस्तृत रिपोर्ट के साथ राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोवाल से मिलने पहुंचे।
प्रधानमंत्री मोदी से भी मुलाक़ात हो सकती है
सूत्रों के अनुसार कैप्टन अमरिन्दर सिंह, नवजोत सिंह सिद्धू और उनके सलाहकार की भूमिका को संदिग्ध मानते हैं। उन्होंने मीडिया में कहा भी था कि सिद्धू पाकिस्तान परस्त हैं और उन्हें किसी भी कीमत पर मुख्यमंत्री नहीं बनने दूंगा। सूत्रों की मानें तो कैप्टन अमरिन्दर सिंह के पास इस बात के पुख्ता सबूत हैं कि सिद्धू और उनके सलाहकार मुस्तफा देश विरोधी गतिविधियों में लिप्त हैं। इन्हीं सबूतों को वे अमित शाह, अजित डोवाल और प्रधानमंत्री मोदी के समक्ष रख रहे हैं।
सिद्धू ने पंजाब के पुलिस महानिदेशक और गृहमंत्री की नियुक्ति पर उठाए थे सवाल
नवजोत सिंह सिद्धू ने प्रदेश अध्यक्ष पद से अपने इस्तीफे की चिट्ठी में वजह तो नहीं बताई है लेकिन बाद में ट्विटर पर साझा किए गए वीडियो में उन्होंने पंजाब के पुलिस महानिदेशक और गृहमंत्री की नियुक्ति पर सवाल उठाए थे । दरअसल सिद्धू इन दोनों पदों पर अपना आदमी चाहते थे । इससे ये सवाल भी खड़े होशरहे हैं कि सिद्धू लगातार इन्हीं दो पदों पर अपना आदमी क्यों चाहते हैं। कैप्टन अमरिन्दर सिंह के नजदीकियों की माने तो इसके तार सीधे पाकिस्तान से जुड़े हैं।