सिमरिया/गीतांजलि:-टंडवा यानी कोयलांचल क्षेत्र में पहले प्रहलाद सिंह और शुक्रवार को सुरेश यादव को टारगेट कर की गई गोलीबारी से लोग दहशत में हैं। इन वारदातों के बाद दबी जुबान से लोग चर्चा कर रहे हैं कि अपराधियों अथवा उग्रवादियों का अगला टारगेट कौन बनेगा ?
दरअसल टंडवा में एशिया की सबसे बड़ी कोल परियोजना आम्रपाली और मगध स्थित है। इन दोनों परियोजनाओं से हर माह करोड़ों रुपयों की अवैध उगाही भी होती है। चंद वर्षों पूर्व तक उग्रवादी संगठन टीपीसी का इन दोनों परियोजनाओं में आधिपत्य था।इधर पुलिस के कड़े तेवर के बाद उग्रवादियों की पकड़ ढीली पड़ गयी। अब अवैध वसूली के लिए कई गुट इन दोनों परियोजनाओं पर हावी होना चाह रहे हैं। मगर लोगों को यह समझ में नहीं आ रहा कि आखिर ट्रांसपोर्टर ही क्यों टारगेट किए जा रहे हैं।
दरअसल प्रहलाद और सुरेश ट्रक और हाइवा एसोसिएशन के कर्ता धर्ता हैं। इन दोनों से एसोसिएशन के लोग काफी दुखी हैं और दोनों कोयला ट्रांसपोर्टिंग का भी काम करते हैं। वजह यह बताया जा रहा है कि दोनो पर वाहन मालिकों का लाखों रुपया भाड़ा का नहीं देने का आरोप है।
बहरहाल अब पुलिस को यह सच्चाई से लोगों को रूबरू कराना है कि आखिर ट्रांसपोर्टरों पर गोलीबारी करने के पीछे किसका हाथ है।और वजह क्या है।