सरायकेला: दक्षिण पूर्व रेलवे के चांडिल-मुरी रेलखंड के बीच स्थित तिरुलडीह रेलवे स्टेशन में मंगलवार रात को एक बड़ा हादसा होते-होते टल गया। दरअसल मैंन लाइन में चांडिल की ओर से मुरी की ओर जा रही एक मालगाड़ी के एक बोगी में आग लगने की सूचना लेटेमदा रेलवे स्टेशन के स्टेशन मास्टर ने तिरुलडीह रेलवे स्टेशन के स्टेशन मास्टर को करीब साढ़े सात बजे दिया।
इस सूचना पर स्टेशन मास्टर ने त्वरित करवाई करते हुए तिरुलडीह रेलवे स्टेशन में मालगाड़ी को रोक दिया। इसके बाद रेल कर्मियों के द्वारा आग को बुझाने का प्रयास किया गया। वही कुछ देर के बाद आग अपने आप बुझ गया। इसके बाद मालगाड़ी के एक बोगी को मैन लाइन में छोड़कर एक साइड वाली बोगी को चांडिल व दूसरे साइड वाली बोगी को मुरी भेज दिया गया है।
इधर एहतियात के तौर पर कोई बड़ा हादसा न हो इसको लेकर घटना की सूचना स्टेशन मास्टर ने करीब साढ़े आठ बजे चांडिल दमकल सेवा को ओर रेलवे विभाग को भी दिया। जहां इसके बाद आरपीएफ के कर्मी, रेलवे के ईएन, आरपीएफ के असिस्टेंट कमांडेंट सहित कई कर्मी ओर पदाधिकारियों का तिरुलडीह रेलवे स्टेशन पहुंचने का सिलसिला शुरू हुआ।
इसके बाद सभी अधिकारियों ने वस्तुस्थिति का जायजा लिया। घटना के बीच हटिया से टाटानगर लौट रही मेमू पैसेंजर ट्रेन को करीब चार घंटे तक इलू रेलवे स्टेशन पर रोक कर रखा गया। वही रात के करीब 11 बजकर 25 मिनट में दमकल वाहन पहुंचने के बाद रेलवे के अधिकारी व दमकल कर्मी संतुष्ट हुए। इसके बाद रात के करीब 11 बजकर 40 मिनट में तीसरे नम्बर प्लेटफॉर्म में हटिया-टाटा मेमू पैसेंजर ट्रेन आयी ओर रात करीब 12 बजे हटिया-हावड़ा एक्सप्रेस को पास किया गया।
पूरे घटनाक्रम के दौरान यात्री भी काफी परेशान दिखे, वही तिरुलडीह रेलवे स्टेशन के आसपास के कई यात्री घर भी वापस भी लौट गए। वही रेलवे के अधिकारी भी कैमरे के सामने आने से बचते हुए दिखे ओर कुछ भी अधिकारिक बयान देने से इंकार कर दिया