
चौपारण (हजारीबाग) । 1 सितंबर को हजारीबाग के चौपारण प्रखंड के न्यू सिंघरावा की लोढिया बस्ती में एक ऐसा दुस्साहस हुआ, जिसे देखकर लोग दंग हैं। यह दुस्साहस हिंदू से ईसाई बने कुछ लोगों ने दिखाया है। मामला इतना आगे बढ़ा कि पीड़ित को थाने में शिकायत करनी पड़ी।
दरअसल गांव की शांति देवी (पति- वैद्यनाथ यादव )ने पुलिस को दी गई शिकायत में लिखा है कि 2 सितंबर की शाम को लगभग 4.30 बजे मेरे गांव के मिशनरी एजेंट विनोद यादव (पिता स्व. राधो यादव) अपनी मां गौरा देवी, मंझले भाई प्रदीप यादव, छोटे भाई राजदीप यादव, के साथ आया।

ईसाई धर्म नहीं अपनाने पर दी जान से मारने की धमकी
शांति देवी ने अपने आवेदन में यह भी लिखा है कि विनोद के साथ मंटू यादव, ललमतिया देवी, रेखा देवी और सुनीता देवी भी थी। इन सभी ने मेरे और मेरे बच्चों को पैसे का प्रलोभन देकर कहा कि ईसाई बन जाओ। मना करने पर उन्होंने हम पर हमला कर दिया। इस कारण हम सभी घायल हो गए। हमले के बाद वे लोग यह कहते हुए चले गए कि यदि ईसाई नहीं बने तो घर के सभी लोग जान से मार दिए जाओगे।
क्या कहते हैं चौपारण थाने के थाना प्रभारी ?
चौपारण थाने के थाना प्रभारी विनोद तिर्की ने उज्ज्वल दुनिया को बताया कि न्यू सिंघरावां के लेढ़िया गांव की शांति देवी (पति बैजनाथ यादव) और विनोद यादव के बीच गोतिया का झगड़ा है । पीड़िता शांति देवी पति बैजनाथ यादव कि चाची गौरा देवी है। विनोद यादव समेत अन्य चचेरे भाई है। इस झगड़े को लेकर दोनों पक्षों के बीच सुलह कराने को लेकर पंचायत भी हुई थी। बात नहीं बनने पर ईसाई धर्म अपनाने का रंग दिया गया है।