एटा, उत्तर प्रदेश: जलेसर थाना क्षेत्र में एक फर्जी आईपीएस अधिकारी पुलिस पर रौब झाड़ रहा था, लेकिन पुलिस ने सतर्कता दिखाते हुए उसकी सच्चाई उजागर कर दी। मामले का खुलासा होने के बाद उसकी वर्दी उतरवा दी गई और उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया।
कैसे हुआ खुलासा?
शनिवार देर शाम थाना प्रभारी डॉ. सुधीर कुमार जलेसर कस्बे में गश्त कर रहे थे। इसी दौरान सड़क किनारे खड़ी एक टैक्सी कार पर उनकी नजर पड़ी। जब चालक से गाड़ी हटाने को कहा गया, तो उसमें बैठे शख्स ने खुद को आईपीएस अधिकारी बताते हुए गाड़ी को हटाने से इनकार कर दिया।
पुलिस को उसके हावभाव और गाड़ी में रखी आईपीएस टोपी देखकर शक हुआ। तुरंत उसे थाने लाया गया, जहां सीओ नितीश गर्ग ने पूछताछ की। सवालों के जवाब में वह गुमराह करने की कोशिश करता रहा, लेकिन पुलिस की कड़ाई के आगे उसकी पोल खुल गई।
वर्दी उतरवाई गई, रिपोर्ट दर्ज
जब उसकी पहचान हेमंत प्रताप सिंह बुंदेला (निवासी झांसी चुंगी नाका, थाना व जिला ललितपुर) के रूप में हुई, तो पुलिस ने उसकी वर्दी सील कर दी और फर्जीवाड़े का मुकदमा दर्ज कर लिया।
रिश्तेदार के विवाद में समझौता कराने आया था
जांच में पता चला कि आरोपी किसी रिश्तेदार के विवाद में समझौता कराने के लिए जलेसर आया था।
अस्पताल में भर्ती
गिरफ्तारी के दौरान आरोपी को सीने में दर्द की शिकायत हुई। पहले उसे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, लेकिन हालत में सुधार न होने पर एसएन मेडिकल कॉलेज, आगरा में भर्ती कराया गया।
क्या होगी कार्रवाई?
आरोपी पर फर्जीवाड़ा और पुलिस को गुमराह करने का मामला दर्ज किया गया है। उसकी अस्पताल से छुट्टी के बाद जेल भेजने की तैयारी की जा रही है।