नई दिल्ली: 26/11 मुंबई आतंकी हमले के आरोपित साजिशकर्ता तहव्वुर राणा से एनआईए की लगातार छठे दिन पूछताछ जारी है। इस बीच, एनआईए के पूर्व आईजी और मुख्य जांचकर्ता लोकनाथ बेहरा ने आशा जताई है कि राणा की पूछताछ के बाद हमले में शामिल कुछ और लोगों के नाम सामने आ सकते हैं।
बेहरा ने कहा, “संभावना है कि राणा कुछ ऐसे लोगों के बारे में जानकारी दे सकता है, जिनके बारे में अभी तक जांचकर्ताओं को पता नहीं है। वह कुछ और हैंडलर, साथी या साजिशकर्ताओं का नाम उजागर कर सकता है। यह हमारे लिए बेहद अहम होगा।”
बेहरा, जो एनआईए के संस्थापक सदस्यों में से एक हैं, ने कहा कि राणा डेविड कोलमैन हेडली का मुख्य फेसीलिटेटर था और मुंबई हमले के साथ-साथ अन्य साजिशों में उसकी अहम भूमिका रही है। राणा के जरिए आतंकियों को फंडिंग और अन्य समर्थन के तरीकों की भी जानकारी मिल सकती है।
उन्होंने बताया कि राणा पर एनआईए और मुंबई पुलिस द्वारा अलग-अलग चार्जशीट दायर की गई हैं और वह दोनों मामलों में आरोपी है।
स्लीपर सेल का नेटवर्क फिर सक्रिय करने की कोशिश
एनआईए के मुताबिक, लश्कर-ए-तैयबा (LeT), जैश-ए-मोहम्मद (JeM) और अन्य आतंकवादी संगठन उत्तर प्रदेश, बिहार और गुजरात जैसे राज्यों में स्लीपर सेल को फिर से सक्रिय करने की कोशिश कर रहे हैं। हाल ही में ग़ज़वा-ए-हिंद मॉड्यूल की जांच के दौरान भी यह जानकारी सामने आई है।
रणा की भारत यात्रा और रणनीतिक स्थानों की रेकी
एनआईए की चार्जशीट के अनुसार, राणा दिल्ली, पुष्कर, कोच्चि जैसे कई रणनीतिक शहरों की यात्रा कर चुका है। माना जा रहा है कि यह स्थान भविष्य के हमलों के संभावित टारगेट थे।
पूरक चार्जशीट जल्द
एनआईए के पास राणा से पूछताछ के लिए कुल 30 दिन हैं, जिनमें से 18 दिन बीत चुके हैं। बेहरा ने कहा कि पूरक चार्जशीट दाखिल करने की प्रक्रिया में तेजी लाई जा रही है ताकि जांच समयबद्ध तरीके से पूरी की जा सके।