मुंबई: झूठे अपहरण की सूचना पर पुलिस की तत्काल कार्रवाई
पूर्व मंत्री तानाजी सावंत के बेटे ऋषिराज सावंत के बैंकॉक के लिए रवाना होते ही एक विवादास्पद घटना ने सुर्खियाँ बटोरीं। सोमवार दोपहर, जब ऋषिराज सावंत अपने दोस्तों – प्रवीण उपाध्याय और संदीप वासेकर – के साथ पुणे से चार्टर्ड फ्लाइट लेकर बैंकॉक जा रहे थे, पुलिस कंट्रोल रूम में मिली सूचना के आधार पर उड़ान को वापस मोड़ दिया गया।
जांच में सामने आया झूठा मामला
पुलिस उपायुक्त रंजन कुमार शर्मा ने बताया, “शुरुआती सूचना के अनुसार किसी ने ऋषिराज का अपहरण कर लिया है, जिसके आधार पर मामला दर्ज किया गया।” हालांकि, जांच में यह खुलासा हुआ कि असल में कोई अपहरण नहीं हुआ था। रिपोर्ट के अनुसार, परिवार में हुए किसी आंतरिक झगड़े के चलते ऋषिराज सावंत ने अपने आप यात्रा पर निकलने का निर्णय लिया था। पुलिस ने तुरंत चार्टर्ड फ्लाइट को रोककर उन्हें पुणे वापस लाने का प्रबंध किया।
राजनीतिक आरोप और विवाद
इस बीच शिवसेना (यूबीटी) की नेता सुषमा अंधारे ने तानाजी सावंत पर आरोप लगाते हुए कहा कि उन्होंने राजनीतिक संबंधों और धनबल का दुरुपयोग करते हुए झूठा अपहरण का मामला दर्ज कराया। अंधारे ने कहा, “यदि पूर्व मंत्री के बेटे की सुरक्षा के लिए यह कदम उठाया जाता है, तो आम परिवारों की सुरक्षा किस कदर सुनिश्चित की जा सकती है?” इस बयान से मामला एक नई राजनीतिक बहस में बदल गया है, जिसमें सत्ता और निजी हितों के बीच की खाई पर सवाल उठ रहे हैं।
भविष्य की जांच और आगे की कार्यवाही
पूर्व मंत्री तानाजी सावंत ने बताया कि उनका बेटा अब 30 वर्ष का हो चुका है और उनके बीच किसी भी प्रकार का गंभीर विवाद नहीं था। उन्होंने कहा, “जब मेरा बेटा लापता हुआ, तो मैंने तुरंत पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई। अब जब वह सुरक्षित रूप से पुणे वापस आ गया है, तो मैं उससे व्यक्तिगत रूप से बातचीत करूँगा।” पुलिस जांच जारी है और मामले की गहराई से छानबीन करने का आश्वासन दिया गया है।