कहां झारखंड को 90 लाख वैक्सीन मिलना था, पूरे देश में 118 करोड़ लोगों को वैक्सीन लगने का दावा किया गया था, लेकिन हफ्ते भर में ही पूरे देश में वैक्सीन की कमी हो गई। कई राज्यों में टीकाकरण केन्द्र बंद होने के कगार पर हैं । केन्द्र सरकार पर ये आरोप झारखंड मुक्ति मोर्चा के केन्द्रीय महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने लगाया है। वे बुधवार को पत्रकारों से बात कर रहे थे ।
सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा झारखंड को हमेशा ठगा जा रहा है । कभी वैक्सीन को लेकर तो कभी पैसे को लेकर । उन्होंने कहा कि वैक्सीन देने को लेकर केंद्र झारखंड के साथ हमेशा से पक्षपात कर रहा है । पिछले माह वर्तमान में राज्य को हर दिन 3 लाख वैक्सीन डोज की जरूरत है । उन्होंने कहा कि जून में 11 लाख कम वैक्सीन डोज झारखंड को दिया गया. राज्य को 90 लाख वैक्सीन डोज की आवश्यकता थी, लेकिन दी गयी केवल 89 हजार डोज । मई में राज्य को 12000 कम वैक्सीन मिली थी । वहीं इस बार उम्मीद है कि इस बार यानी जुलाई माह में भी राज्य को 15000 वैक्सीन कम मिलेगी ।
केंद्र की नीति एकदम फेल
सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि देश के मध्यम वर्गीय परिवार के 97 प्रतिशत लोगों में से केंद्र सरकार मात्र 75 प्रतिशत को वैक्सीन उपलब्ध करा रही है । वहीं देश के बड़े लोग जो मात्र 3 प्रतिशत हैं, उनके लिए प्राइवेट हॉस्पिटल में 25 प्रतिशत आरक्षित किये गये हैं । इसी तरह केंद्र ने टूर और ट्रैवल्स सेक्टर को 44 लाख करोड़ तक की राशि कर्ज देने का फैसला किया है । यानी कोरोना से आर्थिक रूप से खत्म हो चुके लोगों को और कर्जदार बनाया जा रहा है । बीजेपी नेता इसे मोदी सरकार की उपलब्धि बता रहे हैं ।
सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि वैश्विक महामारी से लड़ाई के लिए केंद्र ने जो नीति बनायी है, वह पूरी तरह से फेल मैनजमेंट नीति पर आधारित है । इसके कारण लोगों के समक्ष आज जीविका का संकट आ गया है ।