मेदिनीनगर: लेस्लीगंज थाना और सतबरवा प्रखंड क्षेत्र के रेवारातू पंचायत के रोजगार सेवक जगदीप कुजूर को एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) की टीम ने मंगलवार को घूस लेते रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। सतबरवा के मेलाटांड़ में काली मंदिर के पास रोजगार सेवक कूप निर्माण के बाद शेष राशि के भुगतान के एवज में लाभुक से 5 हजार रुपये घूस ले रहा था। रोजगार सेवक ने लाभुक से रुपये भुगतान कराने के बदले 10 हजार रुपये की रिश्वत मांगी थी। विदित हो कि रोजगार सेवक को गिरफ्तार करते हुए पलामू एसीबी की टीम ने इस वर्ष का 8वां ट्रेप केस पूरा कर लिया है। रेवारातू के अजमेर आलम को वितीय वर्ष 2020-21 में मनरेगा के तहत कूप योजना स्वीकृत हुई थी। कूप का निर्माण लाभुक ने अपनी जमीन खाता नंबर 118, प्लॉट नंबर 829 पर किया था। 3 लाख 78 की योजना में 89 हजार की राशि लाभुक को पेमेंट हुई थी। शेष राशि के लिए लाभुक पिछले छह माह से परेशान था। घूस की राशि देने के बाद ही रोजगार सेवक भुगतान की बात करता था। परेशान होकर पिछले दिनों लाभुक अजमेर ने उप-विकास आयुक्त को आवेदन देकर पैसा भुगतान कराने की मांग की थी। लेकिन इसी बीच डीडीसी का ट्रांसफर हो गया।
एसीबी के डीएसपी के.एन राम ने बताया कि मेटेरियल और मजदूरों को पेमेंट करने के लिए शेष राशि के भुगतान के लिए लाभुक रोजगार सेवक से मिला। रोजगार सेवक ने 10 हजार रूपये घूस की पेशकश की। काम के दौरान ही लगातार पदाधिकारियों का चक्कर लगाते रहा, पर राशि का भुगतान नहीं किया गया। इस पर लाभुक ने इसकी शिकायत एसीबी कार्यालय में की। कांड संख्या 08/2021 दर्ज कर कार्रवाई की गयी। टीम बनाकर लाभुक को घूस की राशि के साथ रोजगार के सेवक के पास भेजा गया। जैसे ही रोजगार सेवक ने रूपये लिए, एसीबी की टीम ने उसे रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तारी के बाद रोजगार सेवक को मेदिनीनगर लाया गया है। यहां से उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया जाएगा। रोजगार सेवक जगदीप कुजूर गढ़वा जिले के रमकंडा प्रखंड के बैरिया गांव के पंडरा पानी टोला का रहने वाला है।