टेस्ला के CEO एलन मस्क (elon musk) ने अंतरिक्ष अनुसंधान के लिए एक कंपनी बनाई है जिसका नाम है SpaceX । मस्क की कंपनी SpaceX आम उपभोक्ता के लिए एक नये तरह की इंटरनेट सर्विस लेकर आई है जिसका नाम है “स्टारलिंक” (starlink) ।
Starlink इंटरनेट सीधे सैटेलाइट से चलती है। इसके लिए न मोबाइल टावर की जरुरत है, न ही ब्रॉडबैंड ऑप्टिकल फाइबर की। आपका मोबाईल सीधे सैटेलाइट से जुड़ा है। इस वजह से कभी सिग्नल न मिलने की शिकायत नहीं है । इस इंटरनेट सर्विस में कभी नेटवर्क की परेशानी नहीं होगी ।
क्या है स्टारलिंक (starlink), कैसे काम करता है ?
स्टारलिंक spaceX कंपनी की उपग्रह-आधारित इंटरनेट सेवा है । फिलहाल यह बीटा-टेस्टिंग चरण में है। मस्क की कंपनी SpaceX ने सैटेलाइट बनाई है जो सिर्फ अपनी कक्षा में घूमता रहता है । starlink इंटरनेट सर्विस सीधे उसी उपग्रह (satellite ) से उपभोक्ताओं को सिग्नल प्रोवाइड करेगा । इसमे "टावर नहीं है", नेटवर्क नहीं आ रहा है,सिग्नल खराब है, जैसी शिकायतें नहीं होगी ।
स्टारलिंक (starlink) इंटरनेट सर्विस कैसे प्राप्त करें?
आपको starlink के वेबसाइट पर जाना है। फिर उसमें आप अपना email id और पूरा पता लिखें और submit कर दें । इसके बाद आपके मोबाइल पर मैसेज आ जाएगा कि कब आपको starlink का कनेक्शन मिलेगा । आपके घर का पूरा पता सही होना चाहिए ।
पूरा पता देना क्यों है जरुरी ?
मान लिया कि रांची में रहने वाले एक शख्स ने अपना पता की जगह सिर्फ धुर्वा, रांची लिखा । दूसरे ने अपना पता बताया क्वार्टर नंबर 1108 (A Type), धुर्वा, रांची- 834004 लिखा । ऐसे में दूसरे शख्स को starlink का इंटरनेट जल्दी मिलेगा । क्योंकि कंपनी को दूसरे शख्स के घर की satellite mapping में आसानी होगी ।
अभी apply करने से कबतक मिल जाएगा कनेक्शन?
दिल्ली, गुड़गांव के उपभोक्ताओं को बताया गया है कि आपको 2022 में स्टारलिंक (starlink) का इंटरनेट कनेक्शन मिलेगा । रांची और पटना जैसे छोटे शहर के लोगों को 2024 तक ही इंटरनेट कनेक्शन मिल सकेगा । starlink आपको areawise डेट बताता है, citywise नहीं, इसलिए आपको address में एरिया और घर तक की डिटेल्स भरना है ।