
चतरा/गीतांजलि :-चतरा जिले के सिमरिया और पत्थलगड्डा क्षेत्र में गजराजों के दस्तक से कोहराम मच गया है।गुरुवार की रात हाथियों ने दो युवकों को कुचल कुचल कर मार डाला। गुरुवार की रात्रि सिमरिया थाना क्षेत्र के सलगी गांव स्थित चटनिया बाबा के समीप जंगली हाथियों के झुंड ने एक युवक की जान ले ली। मृतक विष्णु देव उरांव आरसेल कटहरा गांव का रहने वाला था। सुबह सूचना के बाद इन लोगों की भीड़ जमा हो गई। जिसके बाद वन सुरक्षा अधिकारी उमेश प्रसाद और सिमरिया थाना प्रभारी गोविंद कुमार घटनास्थल पर पहुंचे। फिर विधायक के पहल पर वन सुरक्षा अधिकारी ने मृतक के परिजन को 40 हजार रुपए नगद सहायता राशि प्रदान की और बताया कि कागजी प्रक्रिया पूर्ण होने के बाद परिजन को 3 लाख 60 हजार रुपए की राशि प्रदान कर दी जाएगी।
उक्त प्रक्रिया पूर्ण होने के बाद सिमरिया थाना पुलिस ने शव को कब्जे में करते हुए अंत्य परीक्षण के लिए चतरा भेज दिया। घटना के बाबत बताया गया कि युवक सलगी गांव में काम कर अपनी पत्नी के साथ मोटरसाइकिल से रात में वापस घर लौट रहा था। रास्ते में चटनियां बाबा के समीप हाथियों के झुंड ने उसे घेर लिया।पत्नी तो किसी तरह भाग कर गजराजों की नजरों से ओझल हो गई।मगर मोटरसाइकिल लेकर भागने की कोशिश में विष्णु देव हाथियों में चंगुल में आ गया। हाथियों ने उसे अपने सुढ़ में लपेट लिया और पटक-पटक कर उसकी जान ले ली।
युवक के साथ घटी इस घटना से क्षेत्र में दहशत का माहौल है। ग्रामीणों ने वन विभाग से जंगली हाथियों को तत्काल नियंत्रित करने की मांग की है।दूसरी ओर बीती रात ही पत्थलगड़ा प्रखंड के मेराल पंचायत में हाथियों ने व्यापक तबाही मचाई । मेराल के खेदवातरी टोला में जंगली हाथियों ने एक ग्रामीण हरिपूर्ति पिता पांडया पूर्ति उम्र 28 वर्ष को पटक-पटक कर मार दिया । वहीं इसी टोला के उर्सू मुंडू को भी पटक कर घायल कर दिया। उसे बेहतर इलाज के लिए हजारीबाग रेफरल अस्पताल भेजा गया है। वहीं लगभग आधा दर्जन मकानों को भी हाथियों ने क्षति पहुंचाई है ।
बताया जा रहा है कि हरिपूर्ति मेराल बाजार से रात्रि में घर लौट रहा था। रास्ते में हाथियों से उसका सामना हो गया। और हाथियों ने उसे भी पटक पटक कर मार डाला। घटना की सूचना मिलते ही पत्थलगड़ा बीडीओ, थाना प्रभारी और वन विभाग की टीम घटनास्थल पर पहुंची। वन विभाग ने मृतक के परिजनों को तत्काल 25 हजार रुपए की सहायता राशि सौंपी।इन दोनों घटनाओं से सिमरिया और पत्थलगड्डा गांव के किसान काफी दहशत में हैं।