मेदिनीनगर (उज्ज्वल दुनिया): पलामू टाइगर रिजर्व के कुटकू रेंज में एक हाथी का बच्चा मृत पाया गया है। शव को देखने से प्रतीत होता था कि उसकी मौत दो तीन दिन पहले हुई होगी। शव सड़ने लगा था और उससे दुर्गंध आ रही थी।
सूचना मिलने पर पीटीआर के पदाधिकारी और गढ़वा के भंडरिया वन विभाग के कर्मी मौके पर पहुंचे और पोस्टमार्टम कराकर हाथी के बच्चे के शव को घटनास्थल पर ही दफना दिया। मौत के पीछे गंभीर जख्म वजह बताई जा रही है। पलामू टाइगर रिजर्व के डिप्टी डायरेक्टर, नोर्थ कुमार मनीष ने बताया कि मंगलवार को पेट्रोलिंग के दौरान ट्रेकर ने कुटकू रेंज में एक हाथी के बच्चे का शव देखा। उसकी उम्र 3 वर्ष के आस पास लगती थी।
सूचना मिलने पर बुधवार को पीटीआर की एक टीम मौके पर पहुंची। छानबीन करने पर पता चला कि हाथी के बच्चा के पेट में गंभीर जख्म था। उसमें कीड़े लग गए थे। संभवतः इसी कारण उसकी मौत हो गयी। कल तक हाथी की मां (हथिनी) शव के पास थी, लेकिन आज ऐसा कुछ देखने को नहीं मिला। शव का पोस्टमार्टम कराने के बाद बुधवार को उसी स्थान पर जेसीबी की मदद से दफना दिया गया। डिप्टी डायरेक्टर ने कहा कि हाथी के बच्चे की हत्या का मामला महज अफवाह है। उन्होंने कहा कि मैन एनिमल के संघर्ष में कभी भी संबंधित जानवर के बच्चे की हत्या का मामला अबतक सामने नहीं आया है।
इधर, शव मिलने के बाद से हाथी के बच्चे की हत्या गोली मारकर कर देने और उसके दांत उखाड़ ले जाने की चर्चा थी। इस पर गढ़वा के भंडरिया के रेंजर गोपाल चंद्रा ने कहा कि कुटकू रेंज भंडरिया का सीमावर्ती इलाका है। भजना के जंगल में हाथी का बच्चा मृत पड़ा था। हाथी के बच्चे के पेट में जख्म था। संभवतः इसी जख्म से उसकी मौत हो गयी है। उन्होंने कहा कि हाथी के बच्चे को कोई क्यों गोली मारेगा?