चुनाव आयोग का योजना
चुनाव आयोग का उद्देश्य है भारतीय लोकतंत्र को मजबूत करना और निर्दिष्ट समय में निष्पक्ष चुनाव आयोजित करना। इसके लिए चुनाव आयोग ने कई योजनाएं बनाई हैं जो मतदान की बढ़ती हुई प्रतिशत को ध्यान में रखते हुए चुनावों को सफल बनाने का प्रयास करती हैं।
घर-घर अभियान
चुनाव आयोग ने घर-घर अभियान शुरू किया है जिसका मकसद है हर नागरिक को मतदान के बारे में जागरूक करना। इस अभियान के तहत, चुनाव आयोग के सदस्य और कर्मचारी गांवों और शहरों में घूमकर लोगों को मतदान के महत्व के बारे में बता रहे हैं। वे लोगों को यह समझाने की कोशिश कर रहे हैं कि मतदान करना एक महत्वपूर्ण नागरिक कर्तव्य है और इससे वे अपने देश के लिए योगदान दे रहे हैं।
पिक एंड ड्रॉप की सुविधा
चुनाव आयोग ने पिक एंड ड्रॉप की सुविधा भी प्रदान की है जिसका मकसद है लोगों को मतदान केंद्रों तक पहुंचने में सहायता करना। इस सुविधा के तहत, लोग अपने नजदीकी मतदान केंद्रों पर जाने के लिए ऑनलाइन पंजीकरण करा सकते हैं और चुनाव आयोग उन्हें उनके घर से ही पिक एंड ड्रॉप सुविधा उपलब्ध करवाएगा। यह सुविधा खासकर उन लोगों के लिए उपयोगी है जो दूरदराज के इलाकों में रहते हैं और मतदान केंद्रों तक पहुंचने में कठिनाई आती है।
पिछले चुनावों में, कुछ बूथों पर मतदान की दर काफी कम थी। इस बार, चुनाव आयोग ने इस मुद्दे को गंभीरता से लिया है और इसे सुधारने के लिए कई उपाय अपनाए हैं। इसका परिणामस्वरूप, इस बार के चुनाव में मतदान की दर में वृद्धि हुई है।
पिछले चुनावों में, 35 बूथ ऐसे थे जहां 30 प्रतिशत से कम मतदान हुआ था। इस बार, चुनाव आयोग ने इन बूथों के लिए विशेष उपाय अपनाए हैं जिसके कारण मतदान की दर में सुधार हुआ है। इन बूथों में घर-घर अभियान की सुविधा प्रदान की गई है और लोगों को मतदान के महत्व के बारे में जागरूक किया गया है। इसके अलावा, पिक एंड ड्रॉप सुविधा भी उपलब्ध कराई गई है जिससे लोगों को मतदान केंद्रों तक पहुंचने में आसानी हो रही है। इस प्रयास के परिणामस्वरूप, इन बूथों में मतदान की दर में वृद्धि हुई है।
209 बूथों पर, मतदान की दर 30 से 40 प्रतिशत के बीच थी। इस बार, चुनाव आयोग ने इन बूथों के लिए विशेष उपाय अपनाए हैं जिसके कारण मतदान की दर में सुधार हुआ है। इन बूथों में भी घर-घर अभियान की सुविधा प्रदान की गई है और लोगों को मतदान के महत्व के बारे में जागरूक किया गया है। इसके अलावा, पिक एंड ड्रॉप सुविधा भी उपलब्ध कराई गई है जिससे लोगों को मतदान केंद्रों तक पहुंचने में आसानी हो रही है। इस प्रयास के परिणामस्वरूप, इन बूथों में मतदान की दर में वृद्धि हुई है।
794 बूथों पर, मतदान की दर 40 से 50 प्रतिशत के बीच थी। इस बार, चुनाव आयोग ने इन बूथों के लिए विशेष उपाय अपनाए हैं जिसके कारण मतदान की दर में सुधार हुआ है। इन बूथों में भी घर-घर अभियान की सुविधा प्रदान की गई है और लोगों को मतदान के महत्व के बारे में जागरूक किया गया है। इसके अलावा, पिक एंड ड्रॉप सुविधा भी उपलब्ध कराई गई है जिससे लोगों को मतदान केंद्रों तक पहुंचने में आसानी हो रही है। इस प्रयास के परिणामस्वरूप, इन बूथों में मतदान की दर में वृद्धि हुई है।