RANCHI :

मौके पर उन्होंने डॉ करमा उरांव के परिजनों से भी मुलाकात किया और संवेदना प्रकट कर उनका ढांढस बंधाया.
डॉ करमा उरांव के निधन से राज्य को अपूरणीय क्षति
इस मौके पर डॉ रामेश्वर उरांव ने कहा कि डॉ करमा उरांव बुद्धिजीवी, महान चिंतक एवं विचारक थे. राज्य के प्रगति में उनके सुझाव और राय काफी महत्वपूर्ण था. डॉ करमा उरांव के निधन से राज्य को अपूरणीय क्षति हुई है. उन्होंने कहा कि 12 मई को मेदांता हॉस्पिटल में जाकर डॉ करमा उरांव से मुलाकात हुई थी, तब इस बात का एहसास नहीं था कि ये आखिरी मुलाकात होगी.