
सरायकेला: ईचागढ़ विधानसभा क्षेत्र के चांडिल डेम परिसर स्थित रिसोर्ट में शनिवार को भाजपा अनुसूचित जनजाति मोर्चा झारखंड प्रदेश का स्नेह मिलन सह वन भोज कार्यक्रम आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में मुख्य रूप से भाजपा अनुसूचित जनजाति मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह राज्यसभा सांसद समीर उरांव,दुमका लोकसभा के सांसद सुनील सोरेन शामिल हुए।
जनजातीय समुदाय को राजनीतिक वोट बैंक बनाना मकसद
इस दौरान उन्होंने कहा कि राज्य सरकार सरना कोड के लिए मोहर नहीं बल्कि जनजातीय समुदाय को मोहरा बनाकर राजनीतिक वोट-बैंक बनाने की काम कर रहीं है। इस दौरान दुमका के सांसद सुनील सोरेन ने कहा कि मुख्यमंत्री कहते हैं कि आदिवासी हिंदू नहीं है,आदीवासी हिन्दू नहीं होते तो मंदिर में पूजा क्यों करते है। इसमें कहीं न कहीं राजनीति कर रहें है। भारतीय जनता पार्टी एक ऐसा राजनीतिक पार्टी है जो देश एवं राज्य हित में सोचता है।
अराजकता फैलाना सरकार का काम नहीं
राज्य सभा सांसद समीर उरांव ने कहा कि सरकार का काम लोगों को जोड़ना है, अराजकता फैलाना नहीं। हेमन्त सोरेन किसके इशारे पर विभाजनकारी राजनीति कर रहे हैं, ये सबकी समझ में आ रहा है। झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेतृत्व वाले सरकार जनता के अपेक्षा आकांक्षा के विरुद्ध काम कर रहीं है। राज्य में आराजकता की स्थित हो गई है,राज्य में हत्याएँ और अपराधिक घटनाओं बढ गई है।

इस मौके पर अनुसूचित जनजाति मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष शिवशंकर उरांव, पूर्व विधायक साधुचरण महतो, गंगोत्री कुजूर, मेनका सरदार, लक्ष्मण टुडू,चुनु उरावं,रांची के मेयर आशा लाकड़ा,जेबी दुबीद,संजय सरदार,रमेश हांसदा आदि उपस्थित थे।