देश की सभी संवैधानिक संस्थाएं भारत सरकार के बथियार के रुप में काम कर रही हैं । अगर आप केन्द्र सरकार की नीतिगत आलोचना भी करते हैं तो आपके खिलाफ वो किसी भी हद तक जा सकते हैं । वे आपके यहां छापे पड़वा सकते हैं, आपको अरेस्ट किया जा सकता है, आपके खिलाफ राष्ट्रद्रोह जैसी धाराएं तक लगाई जा सकती हैं । ऐसा नहीं है कि केन्द्र के निशाने पर सिर्फ विरोधी दलों के नेता हैं ? उनके निशाने पर बुद्धिजीवी, पत्रकार, नौकरशाह और यहां तक की उनके खुद के मंत्री भी हैं। पेगासस जासूसी कांड में तो उन्होने अपने मंत्रिओं तक को नहीं छोड़ा । ये बातें मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने मीडिया से बातचीत के दौरान कही ।
पेगासस कांड निजता का हनन
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि स्वभाविक है कि ये ऐसा मुद्दा है कि देश को गरम होना लाजमी है। ये तो निजता का हनन है। जो हो रहा है , सही मायनों में पूछा जाय तो देश की राजनीति की दिशा किस ओर जा रही है, उससे चिंता होती है ।
Jharkhand CM @HemantSorenJMM breaks his silence over Pegasus snoopgate. He has always been one of the vocal voices critical against Centre's alleged misplaced priorities, and policies. pic.twitter.com/fKvvyDpfsl
— ASRP Mukesh (@asrpmukeshTOI) July 23, 2021