
झारखंड हाईकोर्ट ने साहिबगंज के बड़हरवा थाने की दारोगा रूपा तिर्की मामले को सीबीआई को सौंप दिया है। हाईकोर्ट भले ही इसे रेयरेस्ट ऑफ रेयर केस मानता हो लेकिन बड़हरवा के डीएसपी रहे प्रमोद कुमार मिश्रा इस मामले में दिवंगत रूपा तिर्की को भद्दी-भद्दी गालियां दे रहे हैं। इतना ही नगीं, ग्राम सभा के वीडियो में दावा किया गया है कि वे राज्यसभा सांसद दीपक प्रकाश एवं पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी को भी अपशब्द कह रहे हैं।
क्या है वीडियो में ?
इस वीडियो में डीएसपी प्रमोद कुमार मिश्रा और शंभु भगत नामक शख्स के बीच हुई कथित बातचीत का एक छोटा सा हिस्सा है। इसमें बड़हरवा डीएसपी प्रमोद कुमार मिश्रा दिवंगत रूपा तिर्की के लिए भद्दी और अपमानजनक गालियों का प्रयोग कर रहे हैं। इतना ही नहीं, वे भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश को कम दिमाग वाला बताते हुए कहते हैं कि प्रमोद कुमार मिश्रा दीपक प्रकाश जैसे को अपना झोला ञोने वाला भी नहीं रखेगा । डीएसपी प्रमोद कुमार मिश्रा पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी को भी अपशब्द कहते हुए सुनाई दे रहे हैं।
रूपा तिर्की ने सीएम के नजदीकी का कॉलर पकड़ा था
वीडियो में ये दावा किया गया है कि दिवंगत रूपा तिर्की ने सीएम हेमंत सोरेन के नजदीकी का कॉलर पकड़ा था और उन्हे इसी गुनाह की सजा मिली। बताते चलें कि महिला दारोगा रूपा तिर्की के स्वजन पहले भी डीएसपी प्रमोद कुमार मिश्रा पर दुर्व्यवहार का आरोप लगा चुके हैं। इस संबंध में स्वजन डीएसपी के खिलाफ अदालत पहुंचे थे और आशंका जताई थी कि डीएसपी से उनकी जान को खतरा है। इसके बाद अदालत के आदेश और गृह विभाग के निर्देश पर रांची पुलिस ने रूपा तिर्की के रातू स्थित आवास पर दो सुरक्षा गार्ड तैनात किए हैं।
डीएसपी द्वारा मृत आदिवासी महिला को गाली देना दुःखद
रूपा तिर्की मामले में डीएसपी प्रमोद मिश्रा का वायरल ऑडियो के मामले में पूछे जाने पर दीपक प्रकाश ने कहा कि वायरल आडियो में बाबूलाल मरांडी व मेरे लिए अपमानजनक शब्दों का प्रयोग किया गया है जो दुख का विषय है । जबकि रूपा मृत हो चुकी है और उसके लिए भी जैसी भाषा का उपयोग किया गया है वह नारी सम्मान व आदिवासी सम्मान के लिए अपमान का विषय है । मैं राज्यसभा सदस्य हूं और इस मामले को प्रिविलेज में भी ले जाने का काम कर सकता हूं ।
कुछ अधिकारी राजनीतिक कार्यकर्ता की तरह व्यवहार कर रहे हैं- दीपक प्रकाश
दीपक प्रकाश ने कहा कि झारखंड में कुछ अधिकारी प्रशासक की जगह राजनीतिक कार्यकर्ता की तरह व्यवहार कर रहे हैं। ऐसे अधिकारियों पर हमारी नजर है। सत्ता आती-जाती रहती है। उन्हें इशारा समझ लेना चाहिए ।
क्या कहते हैं बड़हरवा डीएसपी प्रमोद मिश्रा ?
‘मेरा आडियो नहीं है। किसी ने मुझे फंसाने के लिए एडिटेड आडियो वायरल किया है। जिस केस से मेरा कोई लेना-देना नहीं और न ही जिसका मैं अनुसंधानकर्ता हूं, उस केस में मुझे घसीटा जा रहा है। मैं सीनियर अफसरों के निर्देश पर रूपा तिर्की के स्वजन का बयान लेने रांची गया था।
https://www.youtube.com/watch?v=Q9oihlVWB20&t=368s