एक्ट्रेस ममता कुलकर्णी के महामंडलेश्वर बनने पर प्रसिद्ध कथावाचक देवकीनंदन ठाकुर ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि जब कोई अभिनेत्री संत बनती है, तो समाज उसकी प्रशंसा करता है। लेकिन जब संत कथा कहते हैं, तो लोग उस पर ध्यान नहीं देते। यह समाज की भक्ति और अध्यात्म के प्रति सोच को दर्शाता है।
देवकीनंदन ठाकुर ने सनातन धर्म और मंदिरों की सुरक्षा के लिए ‘सनातन बोर्ड’ के गठन की आवश्यकता पर भी जोर दिया। उन्होंने लोगों से 27 जनवरी को सेक्टर-17 स्थित शांति सेवा शिविर में होने वाली सनातन धर्म संसद में भाग लेने की अपील की।
मोबाइल फोन के अत्यधिक उपयोग पर चिंता व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि यह भक्ति और श्रद्धा को प्रभावित करता है। उनका मानना है कि धर्म का संचालन धर्माचार्यों के माध्यम से होना चाहिए, न कि उन लोगों द्वारा जो धर्म को सही से नहीं समझते।
उन्होंने अन्नदान को सबसे बड़ा दान बताते हुए कहा कि भूखे को भोजन कराना सबसे बड़ा पुण्य है। इसके अलावा, उन्होंने समाज को ब्राह्मण और गाय की हत्या न करने की भी सीख दी।

