गिरिडीह में महिला डॉक्टर के बलात्कार और हत्या के खिलाफ विरोध प्रदर्शन
गिरिडीह: अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् (अभाविप) ने बंगाल में महिला डॉक्टर मोमिता के बलात्कार और हत्या के खिलाफ आज झंडा मैदान से टॉवर चौक तक विशाल विरोध प्रदर्शन आयोजित किया। इस प्रदर्शन में अभाविप के जनजातीय सह प्रमुख मंटू मुर्मू ने अपनी बातें रखीं और कहा कि बंगाल में महिला डॉक्टर के साथ हुई दरिंदगी की घटना अत्यंत चिंताजनक और निंदनीय है। उन्होंने कहा, “यह घटना दर्शाती है कि पश्चिम बंगाल में महिलाओं की सुरक्षा की स्थिति लगातार बिगड़ती जा रही है।”
जिला संयोजक उज्जवल तिवारी ने इस मुद्दे पर नाराजगी जाहिर करते हुए आरोप लगाया कि कोलकाता सरकार ने पहले इस मामले को आत्महत्या करार दिया, लेकिन जब मामला मीडिया और जनता के ध्यान में आया, तो इसे हत्या के रूप में स्वीकार किया गया और जांच की बात की गई। उन्होंने राष्ट्रपति से मांग की कि पश्चिम बंगाल में महिला सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए राष्ट्रपति शासन लागू किया जाए।
प्रदर्शनकारियों ने विभिन्न नारे लगाए और मोमिता के प्रति न्याय की मांग की। गिरिडीह कॉलेज के मंत्री नीरज चौधरी, नीतेश तिवारी, अनीश राय, सिमरन कुमारी, पूनम कुमारी, अर्पिता कुमारी, राजेश यादव, रोहित बर्नवाल, शशि रजक, प्रियंका कुमारी, पूजा कुमारी, सोनी, बिना, चित्रा, सोनम, बिनीता, अंजु, प्रीती, ईशा, ममता, वर्षा, विकास और अन्य कार्यकर्ताओं ने भी इस प्रदर्शन में सक्रिय भागीदारी की।
प्रदर्शनकारियों ने मांग की कि बंगाल में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर सख्त कदम उठाए जाएं और दोषियों को शीघ्र सजा दिलाई जाए। प्रदर्शन के दौरान सुरक्षा व्यवस्था कड़ी की गई थी और स्थानीय प्रशासन ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पूरी सतर्कता बरती।