इस्लामाबाद: पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की रिहाई की मांग को लेकर उनकी पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) ने मंगलवार को देशभर में प्रदर्शन रैलियां आयोजित कीं। पार्टी का दावा है कि इन प्रदर्शनों में शामिल 500 से अधिक कार्यकर्ताओं और समर्थकों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें अधिकांश गिरफ्तारियां पंजाब प्रांत से हुई हैं।
खान (72) को 5 अगस्त 2023 को लाहौर स्थित उनके निवास से गिरफ्तार किया गया था। एक भ्रष्टाचार मामले में दोषी ठहराए जाने के बाद उन्हें रावलपिंडी की अदियाला जेल में बंद रखा गया है। उनकी गिरफ्तारी को दो साल हो गए हैं। इस मौके पर खान ने खुद प्रदर्शन का आह्वान किया था और पार्टी का कहना है कि लाखों समर्थकों ने इस आह्वान पर सड़कों पर उतरकर जवाब दिया।
PTI के वरिष्ठ नेता जुल्फी बुखारी ने एक बयान में कहा, “आज, 5 अगस्त, इमरान खान की गिरफ्तारी की दूसरी बरसी है। उन्हें सभी बुनियादी मानव अधिकारों से वंचित किया गया है, उन्हें अपने कानूनी दल या परिवार तक बहुत ही सीमित पहुंच है, और पार्टी नेतृत्व से मिलने की अनुमति भी बहुत सीमित है।”
उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार ने सभी प्रकार की जनसभाओं पर प्रतिबंध लगा दिया है, मुख्य मार्गों को ब्लॉक कर दिया गया, PTI झंडों वाली कारों को नुकसान पहुंचाया जा रहा है और पार्टी नेताओं-कार्यकर्ताओं के घरों पर छापे मारे जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि “केवल पंजाब में 500 से ज्यादा गिरफ्तारियां हो चुकी हैं, जिनमें लाहौर के कई विधायक भी शामिल हैं।”
बुखारी ने कहा, “पाकिस्तान में अब न तो लोकतंत्र बचा है, न ही कानून का राज और न ही मानवाधिकार। यह अत्याचार इस हाइब्रिड शासन के लिए भी शर्मनाक है।” उन्होंने कहा कि “प्रदर्शन शांतिपूर्ण ढंग से पूरे दिन चलते रहेंगे, लेकिन सरकार सत्ता में होने के बावजूद कमजोर नजर आ रही है।”
पुलिस की सख्ती, मीडिया पर पाबंदी
PTI का दावा है कि सबसे ज्यादा गिरफ्तारियां लाहौर में हुईं, जहां बड़ी संख्या में लोग सड़कों पर उतरे। पंजाब पुलिस ने PTI समर्थकों को धारा 144 के उल्लंघन के आरोप में गिरफ्तार किया। धारा 144 के तहत चार या उससे अधिक लोगों के एकत्र होने पर रोक होती है।
पुलिस के अनुसार, कानून के उल्लंघन की इजाजत नहीं दी जाएगी। चूंकि मुख्यधारा के मीडिया में PTI प्रदर्शनों की कवरेज पर रोक है, इसलिए सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो ही विरोध की तस्वीरें पेश कर रहे हैं।
कुछ वीडियो में दिखाया गया है कि पुलिस ने बुजुर्ग समर्थकों को भी घसीटते हुए गिरफ्तार किया। हालांकि लाहौर के मॉल रोड पर वकीलों की रैली में पुलिस ने अधिक सख्ती नहीं दिखाई।
ओकारा, झंग, शेखुपुरा समेत कई स्थानों पर झड़पें भी हुईं। PTI की अलीया हमजा ने दावा किया कि उनकी गाड़ी की विंडस्क्रीन तोड़ी गई और उन्हें चोटें भी आईं। वहीं मुसर्रत जमशेद चीमा ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर करते हुए आरोप लगाया कि पंजाब पुलिस ने एक बार फिर उनके घर पर छापा मारा।
उन्होंने कहा, “अगर कोई विरोध प्रदर्शन में सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाए तो कार्रवाई समझ में आती है। लेकिन यहां तो प्रदर्शन शुरू भी नहीं हुआ और राज्य हमारे घरों की पवित्रता को कुचल रहा है।”
अदियाला जेल के बाहर भी प्रदर्शन की योजना
पूर्व स्पीकर असद क़ैसर ने कहा कि PTI समर्थक रावलपिंडी की अदियाला जेल के बाहर भी प्रदर्शन करेंगे। उन्होंने कहा, “इमरान खान जनता और कानून के शासन के लिए 10 साल जेल में रहने को तैयार हैं लेकिन किसी भी दबाव के आगे झुकने को नहीं।”
PTI ने खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के कई जिलों में भी प्रदर्शन किए। पार्टी के केंद्रीय अध्यक्ष बैरिस्टर गोहर ने बूनर जिले में रैली को संबोधित करते हुए इमरान खान की तत्काल रिहाई की मांग की।
मुख्यमंत्री अली अमीन गंडापुर ने पेशावर में रैली का नेतृत्व किया, जो GT रोड स्थित बाला हिसार किला पर जाकर समाप्त हुई। एक और नेता अली मोहम्मद खान ने सोशल मीडिया पर लिखा कि राजनीतिक कैदियों की रिहाई ही देश की समस्याओं का हल है।
सुरक्षा सख्त, जेल को रेड अलर्ट
पंजाब सरकार ने विरोध को विफल करने के लिए लाहौर और रावलपिंडी में धारा 144 लागू कर दी। रावलपिंडी में 4,000 से ज्यादा पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया।
अदियाला जेल के आसपास रेड अलर्ट घोषित कर दिया गया और आम ट्रैफिक के लिए अदियाला रोड सील कर दी गई। जेल के आसपास पंजाब रेंजर्स की तैनाती भी की गई है।
PTI ने सोशल मीडिया पर कई वीडियो और क्लिप साझा कीं, लेकिन यह स्पष्ट नहीं है कि वे सभी वीडियो आज के प्रदर्शन से संबंधित हैं या पुरानी रैलियों के हैं।