- बिहार विधानसभा चुनाव 2025 को लेकर आरएसएस ने अपनी रणनीति तैयार कर ली है। ‘मिशन त्रिशूल’ के तहत तीन प्रमुख पहलुओं पर फोकस किया जा रहा है—नाराज वोटरों की पहचान, प्रभावी मुद्दों का आकलन और बीजेपी के लिए फायदेमंद एवं नुकसानदेह मुद्दों का विश्लेषण।
आरएसएस पहले भी हरियाणा, महाराष्ट्र और दिल्ली में इसी तरह की रणनीति अपनाकर चुनावी सफलता हासिल कर चुका है। बिहार में इसे लागू करने के लिए स्वयंसेवकों को अपने इलाकों में शाखाओं का विस्तार करने और जमीनी स्तर पर जनता के विचार जानने का निर्देश दिया गया है।
इस मिशन के तहत आरएसएस एक गुप्त सर्वे भी करवा रहा है, जिससे यह पता लगाया जाएगा कि किन नेताओं के खिलाफ नाराजगी है, कौन से मुद्दे सबसे प्रभावी हैं, और कौन से मुद्दे बीजेपी के लिए लाभदायक या नुकसानदायक हो सकते हैं।
इसके अलावा, दिल्ली चुनाव की तरह बिहार में भी बूथ स्तर पर ‘त्रिदेव’ की तर्ज पर कार्यकर्ताओं की नियुक्ति की जा सकती है। दिल्ली में एक ‘त्रिदेव’ में एक पुरुष, एक महिला और एक युवा शामिल होते थे, जो मतदाताओं से संपर्क कर उनकी समस्याओं को समझते थे।
आरएसएस की इस विस्तृत योजना का उद्देश्य बिहार में चुनावी जीत सुनिश्चित करना है। मार्च तक इस रणनीति पर फील्ड रिपोर्ट तैयार कर आरएसएस की प्रांतीय बैठक में प्रस्तुत किया जाएगा।