मुंबई: मुंबई की लोकल ट्रेन सेवा, जिसे शहर की जीवनरेखा माना जाता है, ने पिछले 11 वर्षों में एक भयावह आँकड़ा दर्ज किया है। सरकारी रेलवे पुलिस (GRP) के आंकड़ों के मुताबिक, जनवरी 2014 से मई 2025 तक:
-
29,970 यात्रियों की मौत हुई है।
-
30,214 लोग घायल हुए हैं।
किस कारण से हुईं मौतें?
GRP द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार:
-
6,760 लोग ट्रेन से गिरकर मरे, जबकि 14,257 घायल हुए।
-
16,087 लोग पटरी पार करते समय मारे गए, और 3,369 घायल हुए।
-
103 लोग खंभों से टकराकर मारे गए, और 655 घायल हुए।
-
147 लोग प्लेटफॉर्म और ट्रेन के बीच की दरार में गिरकर मारे गए, जबकि 125 घायल हुए।
-
181 लोग हाई वोल्टेज तारों की चपेट में आकर मरे, और 203 घायल हुए।
-
676 लोगों ने आत्महत्या की, जबकि 5 घायल हुए।
ताजा हादसा: GRP कांस्टेबल समेत 5 की मौत
सोमवार को ठाणे के पास दो भीड़भरी लोकल ट्रेनों से गिरकर पांच यात्रियों की मौत हो गई, जिनमें एक GRP कांस्टेबल भी शामिल था। नौ अन्य घायल हो गए।
मुख्यमंत्री फडणवीस का बयान
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा:
“केंद्रीय और राज्य सरकार मिलकर एक मास्टर प्लान पर काम कर रही हैं जिससे लोकल ट्रेन दुर्घटनाएं रोकी जा सकें और यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।”
उन्होंने यह भी माना कि:
-
मेट्रो प्रोजेक्ट्स की देरी से लोकल ट्रेन नेटवर्क का दबाव कम नहीं हो सका।
-
उन्होंने बताया कि सोमवार की घटना के बाद रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने उनसे दो घंटे तक चर्चा की।
मुंबई लोकल ट्रेन का बोझ
-
मुंबई लोकल नेटवर्क पर रोज़ाना करीब 75 लाख यात्री सफर करते हैं।
-
ट्रेनों से लटकते हुए यात्री यहां आम दृश्य हैं, जो जानलेवा साबित हो सकते हैं।