कनाडा के एक बोर्डिंग स्कूल में 250 आदिवासी बच्चों के शव बरामद हुए हैं। अभी और बच्चों के शव निकालने बाकी हैं। कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने इसे मानव इतिहास की सबसे भयंकर त्रासदी कहा है ।
किसी जमाने में यह कनाडा का सबसे बड़ा क्रिश्चियन रेसिडेशियल स्कूल था, लेकिन 1978 में इसे बंद कर दिया गया।
19वीं सदी की शुरुआत से लेकर 1970 तक क्रिश्चियन स्कूलों में देशभर से 1.50 लाख से ज्यादा बच्चों को लाया गया था. उनके ऊपर क्रिश्चियन में कन्वर्ट करने कन्वर्ट करने का दबाव डाला जाता था और उन्हें अपनी मातृभाषा तक बोलने नहीं दी जाती थी. कइयों को पीटा गया. ऐसा कहा जाता है कि इस दौरान करीब 6 हजार बच्चे मारे गए थे ।
जिस स्कूल परिसर में ये शव मिले हैं, उसका नाम केमलूप्स इंडियन रेसिडेंशियल स्कूल है । इसको लेकर 2008 में कनाडा की सरकार ने संसद में माफी भी मांगी थी और माना था कि उस वक्त क्रिश्चियन स्कूलों में बच्चों के साथ शारीरिक और यौन शोषण भी होता था ।