
पटना । बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतन राम मांझी ने एक इंटरव्यू के दौरान बोला है कि दलित और पिछड़े वर्ग के लोग मंदिर ना जाएं, मंदिरों को ठुकराएं । मंदिर दूसरों का बनवाया हुआ है ।
इसी के साथ मांझी ने कहा हम राक्षस के खानदान हैं और जो सवर्ण हैं, वो सब विदेशी हैं । मांझी ने भाजपा विधायक हरिभूषण के बयान पर जवाब देते हुए कहा कि हम राक्षस के खानदान के हैं । इसी के साथ उन्होनें कहा कि उस समय जो सच्चा काम करने वाला था उसे राक्षस कहते थे ।
जीतन राम मांझी ने कहा कि अयोध्या में जो राम मंदिर बन रहा है उसमें शेड्यूल कास्ट को जाने नहीं देंगे और उनसे जुर्माना लेंगे । वह आपका मंदिर है, आपका स्थान है । हम दलित और पिछड़ों के लिए कहां है ?
जीतन राम मांझी ने इसी के साथ कहा कि इस तरह का वर्चस्व बनाया गया जो यहां का रहने वाला था उसे आदिवासी, हरिजन और राक्षस कह दिया । और जो बाहर से आकर रह रहे थे वे पुरोहित बन गए ।
जीतन राम मांझी ने इसी के साथ कि हम मूल लोगों को शुरू से सता रहे हैं और प्रताड़ित कर रहे हैं । मांझी बोले कि जब वह सीएम थे तब मंदिर गए तो उसके बाद वहां धुलाई कराई गई । वहीं जब जगजीवन राम डिप्टी सीएम थे तो वह वाराणसी के मंदिर गए तो उसके बाद वहां भी सफाई कराई गई ।
जीतन राम मांझी ने कहा कि हम दलितों से इसपर आह्वन करते हैं कि मंदिरों में नहीं जाओ, मंदिरों को ठुकराओ इसलिए क्योंकि मंदिर तुम्हारा बनवाया नहीं है दूसरों का बनवाया है । मांझी ने इसी के साथ कहा वहां जिसकी पूजा होती है वह भी दूसरों के है । मांझी ने कहा कि भगवान बनाकर ढोंग रचा गया है यह नहीं होना चाहिए ।