शुक्रवार को चंदनकियारी विधायक सह पूर्व मंत्री अमर कुमार बाउरी चाईबासा कांड के पीड़ित परिवारों के साथ झारखंड की राज्यपाल से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने राज्यपाल को राज्य में हो रहे दलितों के ऊपर अत्याचार की घटनाओं से अवगत करवाया।
उन्होंने बताया कि किस तरह से झारखंड में दलितों की जमीन को लूटा जा रहा है, काम नहीं करने पर उनके साथ मारपीट की जाती है, कहीं भूख से मौत हो रही है, कहीं ठंड से दलित परिवार की मौत हो रही है। इन सभी विषयों पर राज्य सरकार चुप्पी साधे हुए हैं।
उन्होंने ज्ञापन के माध्यम से राज्यपाल से आग्रह किया कि वे इन सभी मामले पर हस्तक्षेप कर केंद्र सरकार और राज्य सरकार दोनों से राज्य के दलित परिवारों को न्याय दिलवाने के प्रति पहल करें।
उन्होंने बताया कि राज्य के कई ऐसे जिले हैं जहां दलितों के साथ अत्याचार की घटनाएं आम हो रही है। चाईबासा की घटना की जानकारी देते हुए उन्होंने कहा की एक विशेष समुदाय के लोगों ने दलित परिवार को उनके घर के शौचालय को साफ नहीं करने जाने के खिलाफ उनके साथ लाठी-डंडे, बैट, ईट पत्थर से मारपीट की। जिसमें करीब 8 लोग बुरी तरह से घायल हो गए। घायलों में महिलाएं और बच्चे भी शामिल थे।
वहीं उन्होंने बताया कि साहेबगंज में मुख्यमंत्री के प्रतिनिधि पंकज मिश्रा ने एक दलित परिवार के 16 बीघा जमीन गलत कागजात प्रस्तुत कर हड़प लिया और वहां अपने पद का उपयोग करते हुए अपना आलीशान बंगला बनवा रहे हैं। जब इसकी शिकायत जिला प्रशासन से की जाती है तो जिला प्रशासन चुप्पी साध लेते है और किसी प्रकार की कोई कार्रवाई पीड़ितों को न्याय दिलवाने के लिए नहीं करते हैं।
जामताड़ा की घटना की जानकारी देते हुए उन्होंने कहा कि जामताड़ा में महादलित तुरी परिवार के साथ उनके ही गांव के विशेष समुदाय के लोगों ने मारपीट कर उनका प्रधानमंत्री आवास, उनकी जमीन, उनका घर पर कब्जा कर लिया। वह परिवार करीब डेढ़ महीने से अपने घर से बेघर सड़कों पर रहने को मजबूर है।
ऐसे सभी घटनाओं की जानकारी देने के बाद उन्होंने राज्यपाल से इन सभी विषयों पर उचित जांच करवा कर कार्रवाई करवाने की मांग की।