कुलगो के कांटा घर को लेकर विवाद: निरीक्षण में ताला लटका पाया गया
गिरिडीह: दिल्ली-कोलकाता नेशनल हाइवे के कुलगो में स्थित नेशनल हाइवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) के कांटा घर को लेकर नया विवाद खड़ा हो गया है। उपायुक्त के निर्देश पर सड़क सुरक्षा बैठक में इस मुद्दे को उठाया गया। जिला परिवहन पदाधिकारी (DTO) शैलेश प्रियदर्शी ने एनएचएआई के प्रतिनिधि के समक्ष यह समस्या रखते हुए कहा कि कांटा घर को खुला रखा जाए।
बैठक के दौरान एनएचएआई के प्रतिनिधि ने दावा किया कि कुलगो में कांटा घर चौबीसों घंटे चलता रहता है। लेकिन वास्तविकता का पता लगाने के लिए डीटीओ शैलेश प्रियदर्शी ने खुद ही कुलगो पहुंच कर टॉल प्लाजा के समीप स्थित कांटा घर का निरीक्षण किया। निरीक्षण में कांटा घर बंद पाया गया, और दरवाजे पर ताला लटका हुआ था जिसपर जंग लगा हुआ था। जगह-जगह झाड़ियां उग आई थीं, जिससे साफ हो गया कि कांटा घर काफी समय से बंद पड़ा है।
जिला परिवहन पदाधिकारी और मोटर यान निरीक्षक को नेशनल हाइवे पर ओवरलोडेड मालवाहक वाहनों को पकड़ने के बाद उनका वास्तविक वजन करवाने में काफी परेशानी हो रही थी। यह समस्या कुलगो टॉल प्लाजा के पास एनएचएआई द्वारा बनाए गए कांटा घर के बंद रहने की वजह से उत्पन्न हो रही थी।
डीटीओ शैलेश प्रियदर्शी ने कहा कि नेशनल हाइवे पर वाहनों की जांच के दौरान वजन करने के लिए कांटा घर को संचालित रहना जरूरी है, लेकिन इसे बंद रखा जा रहा है। साथ ही जिला प्रशासन को गलत रिपोर्ट देकर गुमराह किया जा रहा है। इस मामले की पूरी सच्चाई जिलाधिकारी को अवगत कराई जाएगी।
निरीक्षण के बाद बैठक में पहुंचे प्रतिनिधि को इसकी सूचना दी गई। थोड़ी देर बाद डीबीएल कंपनी के सहायक अभियंता आलोक चौहान वहां पहुंचे। उन्होंने बताया कि कांटा घर एनएचएआई ने बनाया है, लेकिन इसके संचालन की जिम्मेदारी टोल लेने वाली एजेंसी की है। उन्होंने आश्वासन दिया कि इस मसले का जल्द ही हल निकाला जाएगा।