बोकारो के बलीडीह में बनने वाले प्रस्तावित अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम के निर्माण से पहले विवाद शुरू हो गया है, क्रिकेट स्टेडियम के लिए जमीन का सर्वे करने पहुंची झारखंड क्रिके ट एसोसिएशन की टीम और प्रशासनिक पदाधिकारियों के समक्ष स्थानीय नरकेरा मौजा के लोगों ने विरोध किया।
स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि यह जमीन आदिवासियों की है और इस जमीन को बोकारो स्टील के द्वारा अधिग्रहण नहीं किया गया है ।उसके बावजूद बोकारो स्टील और जिला प्रशासन आदिवासियों की खेती वाली जमीन को छीन कर क्रिकेट स्टेडियम बनाने के लिए झारखंड क्रिकेट एसोसिएशन को दे रही है। जिसका हम विरोध करते हैं।
इस विरोध को देखते हुए पूरे इलाके को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया था। मौके पर चास एसडीओ चास के सीओ और मुख्यालय डीएसपी मौजूद रहे ।इस दौरान रांची से आई सर्वे की टीम ने जमीन का सर्वे जरूर कर लिया ।लेकिन ग्रामीणों ने अधिकारियों से अपना विरोध दर्ज कराया। इस चास के अंचलाधिकारी ने विरोध करने वाले ग्रामीणों को कागजात लेकर चास अंचल कार्यालय आने बात कही है ।
स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि यह जमीन उनकी है और इसका एनओसी डीपीएलर बोकारो के द्वारा उन्हें प्राप्त है ।बावजूद इसके आदिवासी ग्रामीणों की जमीन लूटी जा रही है ।लोगों का आरोप है कि बोकारो में एक क्रिकेट स्टेडियम है और वहां जमीन भी खाली है ।लेकिन अतिक्रमण हटाने के बजाय स्थानीय ग्रामीणों की खाली पड़ी जमीन को छीनने का काम प्रबंधन और प्रशासन कर रही है।
