उज्ज्वल दुनिया, हजारीबाग। शिलान्यास के बाद नामकरण के साथ ही गढ़वा का घंटाघर विवाद में आ गया। हालांकि मंत्री की एक घोषणा ने सबकी बोलती बंद करा दी।
दरअसल झारखंड सरकार के पेयजल एवं स्वच्छता मंत्री सह गढ़वा के विधायक मिथिलेश ठाकुर अपने पिता स्व. कौशल किशोर ठाकुर के नाम पर इस घंटाघर के नामकरण की बात कही थी।
इसी बात पर बहस छिड़ गई और कई स्तर से इस पर विरोध दर्ज किया जाने लगा।
उसके बाद मंत्री ने अपना फैसला बदल दिया और घंटाघर इंदिरा प्रियदर्शिनी टावर के नाम से रखे जाने की घोषणा का दी।
इससे फिलहाल इस विवाद पर विराम लग गया है। मंत्री ने कहा कि इंदिरा गांधी पार्क में बनने वाला घंटाघर इंदिरा प्रियदर्शनी टावर के नाम से जाना जाएगा।
साथ ही इस पार्क के सौंदर्यीकरण के साथ यहां पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की आदमकद प्रतिमा भी स्थापित की जाएगी।
मंत्री ने कहा कि उन्हें अपने पूज्य पिता स्व. कौशल किशोर ठाकुर के स्वतंत्रता आंदोलन में दिए योगदान पर गर्व है।
अपने पिता के नाम पर घंटाघर का निर्माण करा कर किसी की भावना को आहत पहुंचाना उनका मकसद नहीं है।
जिस कार्य से किसी को आपत्ति नहीं हो, वही कार्य किया जाएगा।
उन्हें जानकारी मिली है कि घंटाघर उनके पिता के नाम पर बनाए जाने का विरोध है।
मंत्री ने कहा कि लोग ओछी राजनीति छोड़कर गढ़वा के विकास में सहयोग करें।