उज्ज्वल दुनिया संवाददाता (हजारीबाग)। विनोबाभावे विश्वविद्यालय (विभावि) हजारीबाग के 30वें स्थापना दिवस पर बतौर मुख्य अतिथि उत्तरी छोटानागपुर प्रमंडल के कमिश्नर और विनोद बिहारी महतो कोयलांचल विश्वविद्यालय के प्रभारी कुलपति डॉ कमल जॉन लकड़ा ने कहा कि कमियों को दूर कर भविष्य का मूल्यांकन करें।
विनोबाभावे विश्वविद्यालय ने देश में अपना नाम रोशन किया है और इसमें योगदान देनेवाले सभी लोग बधाई के पात्र हैं।
शिक्षा के क्षेत्र में काफी बदलाव आया है। इसमें कौशल विकास का स्थान अग्रणी है। मेहनत और लगन से विकास को तेज कर विनोबाभावे विश्वविद्यालय को और अधिक उन्नति के मार्ग पर ले जाएं।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए विनोबाभावे विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. डॉ मुकुल नारायण देव ने संत विनोबा को याद करते हुए कहा कि भविष्य के लिए ऐसा एजेंडा निर्धारित करना है, जो मानवहित और नवाचार पर आधारित हो।
विश्वविद्यालय में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और अनुसंधान में लगातार सुधार कर देश के शीर्ष संस्थानों में इसे शुमार करना है।
कार्यक्रम को विभावि के वित्त सलाहकार सुनील कुमार सिंह, शिक्षक संघ के अध्यक्ष डॉ कौशलेंद्र कुमार, अभिषद सदस्य डॉ चंद्रशेखर सिंह, नंद कुमार आदि ने संबोधित किया।
प्रगति प्रतिवेदन प्रभारी रजिस्ट्रार और छात्र कल्याण संकायाध्यक्ष डॉ अंबर खातून ने पढ़ा और विश्वविद्यालय के तीन दशक की उपलब्धियों को रखा।
कार्यक्रम के अंत में विभिन्न शिक्षकों को उनके बेहतर कार्यों के लिए सम्मानित किया गया।
कुलपति ने मुख्य अतिथि कमिश्नर को प्रतीक चिह्न और शॉल प्रदान कर सम्मानित किया।
कार्यक्रम का शुभारंभ दी प्रज्वलित कर और विश्वविद्यालय के कुलगीत से हुआ।
मंच संचालन विभावि की को-ऑर्डिनेटर डॉ जॉनी रूफिना तिर्की ने किया। मौके पर लॉ कॉलेज के प्राचार्य डॉ जयदीप सान्याल, कॉमर्स विभाग के डॉ शैलेश चंद्र शर्मा, विभावि के पीआरओ डॉ प्रमोद कुमार समेत शिक्षक, शिक्षकेत्तर और विद्यार्थियों की उपस्थिति थी।