झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के काफिले पर हमले के बाद झारखंड पुलिस का गुस्सा सातवें आसमान पर है। रोज कोई न कोई अधिकारी अपने इस गुस्से का इजहार करता नज़र आ रहा है। दो दिन पहले डीजीपी एमवी राव ने चेतावनी देते हुए कहा था कि यदि दोबारा किसी ने इस तरह की जुर्रत की तो मौके पर हाथ-पैर तोड़ देंगे। अब एक दारोगा फोन पर हमले के मुख्य आरोपी के भाई को लाश गिराने की खुल्लमखुल्ला धमकी देते मिले हैं। सोशल मीडिया में दारोगा का कथित ऑडियो खूब वायरल हो रहा है जिसमें वह अब तक 50 लोगों को मार चुकने का दावा कर रहे हैं। साथ ही धमकी दे रहे हैं कि 51 वां नंबर भैरव सिंह का होगा। भैरव सिंह सीएम के काफिले पर हमले का मुख्य आरोप है जबकि शक्ति सिंह उसका भाई है। ‘हिन्दुस्तान’ इस ऑडियो के सही होने की पुष्टि नहीं करता है।
ऑडियो में कथित तौर पर रांची के सुखदेव नगर थाने के इंचार्ज सुनील तिवारी और शक्ति सिंह के बीच बातचीत हुई है। इसका ब्यौरा इस प्रकार है
एसओ- पूरा जश्न मना रहे हैं न, मनाइये फिर दोबारा मौका नहीं मिलेगा।
शक्ति सिंह- आपको लग रहा है सर हम जश्न मना रहे हैं…आप तो मेरे दिल का टुकड़ा हैं।
एसओ- भैरव सिंह को बोल देना सारी हिन्दुगिरी हम भुलवा देंगे। हमको नहीं जानता है वह। 50 आदमी को मार चुके हैं। लाश गिरा देंगे भैरव सिंह का भी।
शक्ति सिंह- लंदफंद मत बोलिए। आपको बड़ा भाई मानते हैं। इसलिए बड़ा भाई जैसा बात कर रहे हैं।
एसओ-जो होना था हो गया, लेकिन भैरव सिंह को संवाद दे दीजिएगा किसी दिन लाश पक्का कर देंगे उसका। इतना दादागीरी किसी का थोड़े बर्दाश्त करेंगे।
शक्ति सिंह- आप क्या कह रहे हैं आपको पता है। ऐसा तो है नहीं कि वहां सिर्फ भैरव सिंह ने ही मारधाड़ किया था।
दारोगा- भैरव सिंह मर्द बन गया है। इतना मर्द बन गया है…
कोर्ट में आत्मसमर्पण कर चुका है मुख्य आरोपी
मुख्यमंत्री के काफिले पर हमले के मुख्य आरोपी भैरव सिंह ने गुरुवार को कोर्ट में आत्मसमर्पण कर दिया था। वह घटना के बाद से ही फरार था। पुलिस उसकी तलाश में लगातार छापामारी कर रही थी। सीएम के काफिले पर हमले के सिलसिले में पुलिस अब तक 34 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है। इनमें से सात नाबालिग हैं। उन्हें बाल सुधार गृह भेज दिया गया है। अन्य 26 आरोपियों को जेल भेजा गया है। एक आरोपी कोरोना पॉजिटिव पाया गया है। उसे आइसोलेशन में रखा गया है। पुलिस ने इस मामले में 76 लोगों के खिलाफ नामजद और 50 के खिलाफ अज्ञात में मुकदमा दर्ज किया है।
चार जुलाई को हुआ था हमला
सीएम के काफिले पर हमला चार जुलाई को हुआ था। यह हमला उस वक्त हुआ जब ओरमांझी में एक युवती की नृशंस हत्या को लेकर लोग रांची के किशोरगंज चौक पर प्रदर्शन कर रहे थे। हमले में कई पुलिसवालों को चोटें आई थीं। सीएम हेमंत सोरेन को रूट बदलकर सीएम आवास पहुंचाना पड़ा था।