श्रीनगर: अप्रैल 2025 तक पर्यटकों से गुलज़ार कश्मीर अब वीरान हो चुका है। पहलगाम आतंकी हमले में 25 पर्यटकों और एक टट्टू चालक की मौत के बाद से पर्यटन उद्योग पूरी तरह से ठप हो गया है। पहले जहां जून तक होटल बुक थे, अब वहां सन्नाटा है और बड़ी संख्या में कर्मचारियों की छंटनी हो रही है।
दशकों से टूरिज़्म इंडस्ट्री में काम कर रहे नासिर अहमद शाह के मुताबिक, उनके पास जून तक 800 प्रीमियम बुकिंग थीं, लेकिन अब उनमें से 80% से अधिक रद्द हो चुकी हैं। उन्होंने बताया, “अब लोग मानसिक शांति के लिए यात्रा करते हैं। हमला और भारत-पाक के बीच तनाव ने पर्यटकों में डर पैदा कर दिया है।”
श्रीनगर और गुलमर्ग जैसे प्रमुख स्थलों पर होटल खाली पड़े हैं। एक होटल प्रबंधक ने बताया कि उन्होंने अपने दो होटलों को आंशिक रूप से बंद कर दिया है और कर्मचारियों की 40% छंटनी की है। “सिर्फ 7 कमरे बुक हैं और अब हम रिफंड की प्रक्रिया में लगे हैं।”
गुलमर्ग के चार सितारा होटलों की स्थिति भी कुछ ऐसी ही है। होटल हिलटॉप के प्रबंधक अल्ताफ अहमद ने बताया, “हमने ज्यादातर कर्मचारियों को छुट्टी पर भेज दिया है। अब औसतन केवल 10 कमरे ही बुक हो रहे हैं।”
कश्मीर चैप्टर ऑफ टूर ऑपरेटर्स और कश्मीर चेंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (KCCI) का मानना है कि मुख्य रूप से महाराष्ट्र और गुजरात से आने वाले पर्यटक अब अन्य स्थानों को चुन रहे हैं। कश्मीर में होटल और हवाई किराए में भारी गिरावट के बावजूद, लोग यहां आने से हिचकिचा रहे हैं क्योंकि उन्हें सुरक्षा की चिंता है।