झारखंड कांग्रेस के प्रवक्ता आलोक कुमार दूबे ने कहा कि कोविड-19
वैक्सीन की बर्बादी को लेकर जारी मीडिया रिपोर्ट पूरी तरह से आधारहीन
और तथ्यों से परे है। उन्होंने बताया कि पिछले महीने भी इसी तरह से
झारखंड को बदनाम करने की कोशिश को लेकर एक रिपोर्ट आधी अधूरी रिपोर्ट
जारी की गयी थी, लेकिन राज्य सरकार द्वारा आंकड़ों और तथ्यों के साथ पूरी
तरह से बात रखने के बाद उसे वापस ले लिया गया था। अब इसी तरह से एक बार
फिर मई महीने की कथित रिपोर्ट को लेकर झारखंड को बदनाम करने की कोशिश की
जा रही है।
झारखंड में वैक्सीन की बर्बादी 4.5 % से घटकर 1.5 % हुई- किशोरनाथ शाहदेव
प्रदेश प्रवक्ता ने लाल किशोरनाथ शाहदेव ने कहा है कि हकीकत यह है कि
झारखंड में वैक्सीनेशन की बर्बादी राष्ट्रीय औसत से भी कम है। पिछले दो
सप्ताह में राज्य में छह लाख से अधिक लोगों को कोविड-19 का टीका दिया गया
है और वैक्सीन की क्षति 4.5 प्रतिशत से घटकर 1.5 प्रतिशत से भी कम हो
गयी। जबकि मध्य प्रदेश में कोविड-19 वैक्सीन का दस हजार डोज कहां गया
है, इसका कोई हिसाब नहीं मिल रहा है और इस पर भाजपा नेताओं ने चुप्पी साध
ली है। इतना ही नहीं झारखण्ड को वैक्सीन की आपूर्ति भी कम संख्या में की
जा रही है।
अचानक सक्रिय हो गया है राजभवन- राजेश गुप्ता
प्रदेश प्रवक्ता डॉ0 राजेश गुप्ता छोटू ने कहा कि भाजपा नेता सिर्फ इस
कोशिश में जुटे है कोरोना संक्रमण काल में कैसे और किस तरह से झारखंड
सरकार और यहां रहने वाले लोगों की मुश्किलें बढ़े । कुछ मामलों में यह भी
देखने को मिला है कि राजभवन अचानक सक्रिय हो गया है और कुछ ऐसी बातें
भी सामने आयी है, जिसमें राजनीति की बात भी सामने आ रही हैं