उज्ज्वल दुनिया, हजारीबाग। शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य में योग की हमेशा से अहमियत रही है।
भारतीय समाज में जहां योग की अहमियत प्राचीनकाल से ही रही है, वहीं पश्चिमी समाज में भी अब इसे मान्यता मिल रही है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रयासों के परिणामस्वरूप 2015 को संयुक्त राष्ट्र संघ ने 21 जून को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर योग दिवस के रूप में घोषित किया।
हजारीबाग प्रमंडल के डाक अधीक्षक एपी गुप्ता ने कहा कि भारतीय डाक प्रारंभ से ही इस दिन को यादगार बनाने और लोगों को योग के प्रति जागरूक कर इसे अपनी जीवनचर्या में शामिल करने के लिए प्रेरित करता आया है।
सातवें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस को यादगार बनाने के लिए हजारीबाग व रामगढ़ प्रधान डाकघर सहित भारतीय डाक विभाग की ओर से देश के 810 प्रधान डाकघरों के माध्यम से सचित्र, हिंदी व अंग्रेजी में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस अंकित विशेष कैंसिलेशन स्टांप जारी किया गया।
सभी डिलीवरी व नन डिलीवरी प्रधान डाकघरों द्वारा आज बुक हुए सभी मेल पर इसे अंकित किया गया।
सभी प्रधान डाकघर, मुख्य डाकघर सहित ग्रामीण क्षेत्र में हजारीबाग के बभनबै, चतरा के प्रतापपुर व रामगढ़ के छतर डाकघर मे ऑनलाइन शिविर का आयोजन किया गया।
डाक निरीक्षक एसके मिश्रा ने बताया कि बभनबे शाखा डाकपाल सह गायत्री परिवार शांतिकुंज हरिद्वार के सदस्य जीतेंद्र कुमार (नरेंद्र विद्यार्थी) और पतंजलि योगपीठ के सक्रिय सदस्य एवं डाक सहायक राम लखन साहू ने ऑनलाइन योग शिविर के माध्यम से विभिन्न योगासन और प्राणायाम की जानकारी दी।
डाकपाल मुकेश कुमार सिंह ने बताया कि प्रधान डाकघर में आज बुक व वितरण होने वाले सभी मेल पर अंतरराष्ट्रीय योग दिवस का कैंसिलेशन स्टांप लगाया गया।
डाकघर में बैनर, पोस्टर व एलइडी टीवी पर योग का प्रसारण कर लोगों को जागरूक किया गया।
विकास पदाधिकारी नंदन कुमार ने बताया कि आज जो मेल पर कैंसिलेशन स्टांप लगाया गया, वह अत्यंत ही महत्वपूर्ण व संग्रहणी है।
वहीं स्वामी विवेकानंद सेंट्रल स्कूल में योग विषय पर पेंटिंग प्रतियोगिता हुई।
इसे कक्षा 6 से 8 एवं कक्षा 9 से 12 दो वर्गों में विभाजित किया गया।
प्राचार्य मौसमी मैती ने बताया कि इसमें करीब 70 बच्चों ने इस ऑनलाइन प्रतियोगिता में भाग लिया और काफी सुंदर व आकर्षक पेंटिंग बनाए।
प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को झारखंड परिमंडल की ओर से प्रमंडल स्तर पर पुरस्कृत किया जाएगा।
कार्यक्रम को सफल बनाने में श्यामसुंदर सिन्हा, उप डाकपाल शमीम अंसारी, रौशन सिंह, बबीता यादव, सुधीर कुमार, सिकंदर कुमार, नौशाद खान सहित कई डाककर्मियों ने अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया।