भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने माकपा की पोलित ब्यूरो सदस्य सह झारखंड प्रभारी वृंदा करात के उस बयान का कड़ा विरोध किया जिसमें उन्होंने एनआईए को नेशनल क्रिमिनल एजेंसी कहा था।प्रतुल ने कहा कि एनआईए ,आईबी और तमाम सुरक्षा एजेंसियां अपनी जान पर खेलकर और कुर्बानी देकर देश की एकता और संप्रभुता को बनाए रखने के लिए लगी रहती है। ऐसा बयान देना पाकिस्तान की भाषा बोलने के समान है।
प्रतुल शाहदेव ने कहा कि एनआईए की वजह से देश के खिलाफ बड़े बड़े अंतरराष्ट्रीय साजिशों और टेरर फंडिंग के मामलों का खुलासा हुआ है। लेकिन ऐसा लगता है श्रीमती वृंदा करात को यह पसंद नहीं है। प्रतुल ने कहा की राजनीति अपनी जगह है लेकिन राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसियों का मनोबल तोड़ने का किसी को हक नहीं है। माकपा को तुरंत श्रीमती वृंदा करात के इस बयान के लिए देश से माफी मांगनी चाहिए।
प्रतुल शाहदेव ने वृंदा करात के उस बयान का भी कड़ा विरोध किया है जिसमें उन्होंने स्टेन स्वामी की मौत को भाजपा प्रायोजित साजिश बताया था।प्रतुल ने कहा की स्वामी पर देशद्रोह के गंभीर आरोप लगे थे और उनके पक्ष में इस तरह का वक्तव्य देना अशोभनीय है।प्रतुल ने कहा कि यूपीए की सरकार के कार्यकाल में चले ऑपरेशन ग्रीन हंट का सबसे ज्यादा विरोध स्टेन स्वामी ने किया था।यूपीए सरकार को तो कम्युनिस्ट समर्थन कर रहे थे।उस समय इन्होंने स्टेन स्वामी का समर्थन क्यों नहीं किया था?