हैदराबाद: साल 2025 की शुरुआत में चीनी ऑटोमोबाइल कंपनी BYD ने अपनी Yangwang U9 इलेक्ट्रिक सुपरकार का वीडियो जारी किया, जिसमें कार सड़कों की बाधाओं को कूदकर पार कर रही थी। इसकी DiSus-X सस्पेंशन टेक्नोलॉजी ने इंटरनेट पर सनसनी मचा दी।
जहां ज़्यादातर लोग BYD की इस तकनीक पर हैरान थे, वहीं कुछ कार विशेषज्ञों को इसकी याद 2004 की ‘जंपिंग Lexus’ से आई — जिसे Bose Corporation ने तैयार किया था।
हां, वही Bose जो अपने हाई-एंड स्पीकर और नॉइज़-कैंसलिंग हेडफोन के लिए जाना जाता है, उसने ही 2004 में एक इलेक्ट्रोमैग्नेटिक प्रोएक्टिव सस्पेंशन सिस्टम विकसित किया था, जो कार को कूदने की क्षमता देता था।
🔍 Bose की क्रांतिकारी शुरुआत:
1980 के दशक में अमर बोस के जुनून से शुरू हुआ ‘Project Sound’ 24 साल बाद तैयार हुआ। इसने Lexus LS400 को इतना स्थिर बना दिया कि तेज मोड़, उबड़-खाबड़ रास्तों या जोरदार झटकों पर भी कार की बॉडी स्थिर बनी रहती थी।
लेकिन समस्या थी वजन और कीमत। यह तकनीक बहुत भारी और महंगी थी, जिससे इसका व्यवसायिक उपयोग असंभव हो गया।
Jaguar, Mercedes-Benz, Honda और Ferrari जैसी कंपनियों ने रुचि दिखाई लेकिन इसे अपनाने के लिए कार की पूरी डिजाइन बदलनी पड़ती — जो प्रैक्टिकल नहीं था।
🔄 ClearMotion द्वारा पुनरुत्थान:
Bose ने तकनीक के अधिकार बेच दिए। बाद में ClearMotion, एक अमेरिकी कंपनी, ने इसे और विकसित किया और अब इसे Nio ET9 जैसी इलेक्ट्रिक कारों में अपनाया जा रहा है।
ClearMotion ने Bose के इलेक्ट्रोमैग्नेटिक मोटर्स की जगह मैग्नेटिक फ्लूइड एक्टिव वॉल्व डैम्पर्स और इलेक्ट्रो-हाइड्रोलिक एक्टुएटर्स का उपयोग किया, जिससे तकनीक ज्यादा कॉम्पैक्ट और किफायती बनी, लेकिन कुछ हद तक कम डायनामिक।
🚘 BYD का कमर्शियल कमाल:
BYD Yangwang U9, जिसकी कीमत लगभग ₹1.99 करोड़ है, में DiSus-X सस्पेंशन सिस्टम लगाया गया है, जो कार को 75mm तक ऊपर-नीचे कर सकता है और 1 टन से अधिक उठाने की शक्ति रखता है।
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0-100 kmph: सिर्फ 2.36 सेकंड में
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टॉप स्पीड: 309.19 kmph
यह सस्पेंशन तीन सिस्टम का मेल है:
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DiSus-C (Intelligent Damping)
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DiSus-A (Air Suspension)
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DiSus-P (Hydraulic Control)
DiSus-X के चलते कार तेज़ मोड़, एक्सिलरेशन और ब्रेकिंग के दौरान भी स्थिर रहती है और जरूरत पड़ने पर कूद भी सकती है।
🇮🇳 भारत में भी BYD की मौजूदगी:
भारत में BYD Seal कार उपलब्ध है, जिसमें DiSus-C सस्पेंशन दिया गया है। यह कार तो कूद नहीं सकती, लेकिन यह भारतीय सड़कों की ऊबड़-खाबड़ सतहों को पहचानकर रियल-टाइम में सस्पेंशन एडजस्ट कर लेती है, जिससे राइड स्मूद रहती है।
🔮 भविष्य की ओर:
आज ये तकनीकें केवल सुपरकारों तक सीमित हैं, लेकिन जैसे-जैसे कीमत कम होगी और प्रोडक्शन स्केल बढ़ेगा, हो सकता है कि आने वाले वर्षों में यह सस्पेंशन टेक्नोलॉजी मिड-रेंज कारों में भी देखने को मिले — जो ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री में एक नई क्रांति ला सकती है।