बोकारो । आरपीएफ पुलिस ने चक्रधरपुर से विजयवाड़ा काम कराने के नाम पर ले जाई जा रही 3 नाबालिग सहित 15 लड़कियों को बोकारो रेलवे स्टेशन में रेस्क्यू किया है। रेस्क्यू की गई लड़कियों के साथ चक्रधरपुर का एक युवक भी है, जो काम करने इनके साथ जा रहा था ।इन सभी को ले जाने वाले पुरुलिया के एक युवक को भी आरपीएफ पूछताछ कर रही है ।
2 दिन पूर्व ही चक्रधरपुर से पुरुलिया लाई गई थीं लड़कियां
जानकारी के मुताबिक इन सभी लड़कियों को चक्रधरपुर से 2 दिन पूर्व पुरुलिया के रहने वाले रोहित चटर्जी ने अपने निजी वाहन से पहले पुरुलिया लाया । उसके बाद एक दिन वहां रखने के बाद आज बोकारो रेलवे स्टेशन से सभी को धनबाद एलेप्पी एक्सप्रेस से विजयवाड़ा ले जाने की तैयारी में था। इसी दौरान आरपीएफ को इन सभी लड़कियों पर नजर पड़ी तो सभी को डिटेन किया गया। रोहित चटर्जी से आरपीएफ पूछताछ कर रही है । पूछताछ में रोहित ने बताया है कि सभी लड़कियों को उसके परिवार वालों की सहमति से विजयवाड़ा में मछली गोदाम में काम करने के लिए ले जा रहा था।
लड़कियों ने क्या बताया ?
वही विजयवाड़ा ले जाई जा रही आशा कुमारी ने बताया कि पहले यहां से चार लड़कियों को विजयवाड़ा ले जाया गया है, इसी को लेकर रोहित चटर्जी हम सभी के गांव पहुंचकर काम दिलाने के नाम पर विजयवाड़ा ले जाने की बात कह कर घर से लाया है। आशा ने बताया कि घर में किसी तरह की कोई राशि नहीं दी गई है । वहां काम क्या काम करना है यह भी जानकारी नहीं दी गई है । आशा ने कहा कि वह अब अपने घर चक्रधरपुर जाना चाहती है। वही इन लड़कियों के साथ काम करने जा रहे चक्रधरपुर के युवक कार्तिक लोहार ने बताया कि वह बहुत गरीब है। जिसके कारण उसे मजदूरी करने के लिए विजयवाड़ा ले जाया जा रहा था। जिस प्रकार से राज्य सरकार लोगों को काम देने की बात कह रही है ऐसे में बेरोजगारों का राज्य से पलायन सरकार के लिए कलंक के समान है।