
भाजपा की अनुशासन की खुली पोल
बोकारो। बोकारो के विधायक एवं विपक्ष का मुख्य सचेतक बिरंचि नारायण तथा बेरमो के के पूर्व भाजपा विधायक योगेश्वर महतो बाटुल ने एक दूसरे के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है । इसके साथ ही भाजपा का अनुशासन की पोल खुल गई है । रविवार को संपन्न हुए विस्थापित समागम में पूर्व विधायक योगेश्वर महतो बाटुल ने बिरंचि नारायण पर कई गंभीर आरोप लगाए थे, जिसका जवाब उन्होंने सोमवार को पत्रकार सम्मेलन कर दिया । इसके पूर्व भी बिरंचि नारायण, योगेश्वर महतो बाटुल के साथ-साथ पूर्व मंत्री आजसू नेता उमाकांत रजक पर भी कई गंभीर आरोप लगाते हुए विस्थापित आंदोलन के नाम पर अपने स्वार्थ पूर्ति की बात कही थी ।
पत्रकार सम्मेलन को संबोधित करते हुए बिरंचि नारायण ने कहा कि बेरमो के पूर्व विधायक योगेश्वर महतो बाटुल एवं उमाकांत रजक जो आरोप मेरे ऊपर लगाए हैं उसे 7 दिनों मैं साबित कंरे ,या फिर सार्वजनिक रूप से माफी मांगें। नही तो दोनो पर 2 करोड़ रुपये की मानहानि का मामला दर्ज करूँगा ।
उन्होंने कहा कि योगेश्वर महतो बाटुल आज विस्थापितों के हितेषी बन बैठे हैं। जब दो बार विधायक रहे तब उनके द्वारा विस्थापित की समस्याओं का ख्याल क्यो नही हुआ ? जब बेरमो की जनता ने 2 बार उन्हें नकार दिया आज बोकारो आकर अपनी राजनीतिक रोटी सेंक रहे हैं।
विरंची नारायण ने कहा कि बेरमो क्षेत्र में कारो परियोजना में भी विस्थापित परिवार की गंभीर समस्या हैं।उनके समस्या को कितनी बार सदन में उठाई। बोकारो की विस्थापित की समस्याओं को लेकर कम से कम 18 बार सदन में आवाज उठाया गया। नरकेरा पंचायत या उसके आस पास मेरा परिवार या मेरे संबंधी किन्ही की जमीन ह तो बाटुल महतो जी को सार्वजनिक कर साबित करे।
पार्टी फॉरम पर बात रखी है, पार्टी जैसा कहेगा करुंगा- विरंची नारायण
विरंची नारायण ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि योगेश्वर महतो बाटुल को यह बताना होगा कि वह सेल प्रबंधन से लड़ रहे कि बोकारो विधायक से। 7 सालों के कार्यकाल में विस्थापित क्षेत्रों में कई विकास के कार्य हुए। चाहे वह सड़क, बिजलीकरण,दो हाई स्कूल आदि कार्य किया गया। जमीन वापसी का मुद्दा, पुनर्वास क्षेत्र में जमीन का पर्चा, विस्थापित क्षेत्रों के लिए पेयजल आपूर्ति योजना आपूर्ति योजना रानीपोखर फतवा पर जलापूर्ति योजना कई डीप बोरिंग चापाकल ,विस्थापित क्षेत्र बालीडीह में राजकीय उच्च विद्यालय स्थापित कर आना ऐसे कई कार्य इन 7 सालों में मेरे द्वारा की गई।
प्रेस वार्ता में के के बोराल,सुनील गोस्वामी, कमलेश ठाकुर,महेंद्र राय, पियुष आचार्या, अविनाश सिंह, अजय महतो,रितवरण सोरेन,पंचानंद प्रसाद,जितेंद्र गोस्वामी,श्याम मंडल,घनश्याम आनंद,दिलावर गोस्वामी, महादेव घटवार,मनोज दास, पवन महतो,ब्रज दुबे,धीरज सिंह, सुमित कुमार, सुखदेव महतो,सोमा ठाकुर,पप्पू सिंह आदि मौजूद थे ।