झारखंड विधानसभा मानसून सत्र के तीसरे दिन देवघर से भाजपा के विधायक नारायण दास एक पांच पर तांडव नृत्य करते दिखे। इस दौरान नारायण दास ने बेलपत्र, भभूत और चंदन लगा रखा था। दरअसल वे कोरोना काल में बंद हुए देवघर के बाबा वैद्यनाथ मंदिर खोलने की मांग कर रहे थे।
मंदिर बंद होने से राज्य के हजारों लोगों के समक्ष भूखमरी का संकट
उनकी मांग है कि जिस तरह से बाबा बैजनाथ की पूजा अर्चना में लगे पंडित आज भुखमरी की कगार पर हैं यदि यही हालत रहा तो जिस मंदिर को आज सरकार ने बंद कर रखा है वही मंदिर एक दिन सरकार को सत्ता से उखाड़ फेंकेगी। उन्होंने मांग किया कि जल्द ही सरकार राज्य के सभी बड़े मंदिरों को खोलने का निर्देश करें। भारतीय जनता पार्टी के विधायकों ने सदन के बाहर सामूहिक रूप से हनुमान चालीसा का पाठ किया।
भाजपा ने रोजगार और ओबीसी आरक्षण का मुद्दा भी उठाया
साथ ही उन्होंने शिक्षित बेरोजगार युवकों को बेरोजगारी भत्ता देने, 500000 की युवकों को नौकरी देने, विधानसभा में नमाज पढ़ने के कमरे के आवंटन को रद्द करने, निरसा के बारबेंदिया पुल का पुनर्निर्माण कार्य शीघ्र शुरू करने, पिछड़ा वर्ग को 27 प्रतिशत आरक्षण देने आदि के साथ प्रदर्शन किया। वहीं देवघर विधायक नारायण दास ने डमरु और कमंडल लेकर एक पैर पर नृत्य किया।