
हजारीबाग। बिहार-झारखंड का इनामी माओवादी प्रदुम्न शर्मा को हजारीबाग पुलिस ने चौपारण से गिरफ्तार कर लिया है। भाकपा माओवादी का वरीय कमांडर प्रदुम्न शर्मा (एएससी) अपने दस्ते के साथ चौपारण में भ्रमण कर रहा था। इसकी सूचना एसपी मनोज रतन चोथे को मिली। उन्होंने एएसपी अभियान निगम प्रसाद के नेतृत्व में एक टीम गठित की गई।
इस संबंध में शुक्रवार को एसपी ऑफिस में आयोजित प्रेसवार्ता में एसपी ने बताया कि इसमें 22 बटालियन सीआरपीएफ के सहायक समादेष्टा अजीत कुमार, दुर्गेश कुमार, मनोज कुमार, एसडीपीओ बरही नाजीर अख्तर, इंस्पेक्टर रोहित कुमार सिंह, थाना प्रभारी चौपारण विनोद तिर्की, सहदेव मुंडा और एसपी हेडक्वार्टर की टीम के सशस्त्र बल आदि शामिल थे।
सर्च अभियान में टीम जब कोठोडुमर पहाड़ के नीचे उतर रही थी, तभी नाले की ओर से बेवराटांड़ पहाड़ी की ओर से दो लोगों को आते देखा गया। पुलिस को देखकर दोनों भागने लगे। इसी क्रम में एक व्यक्ति को पुलिस ने खदेड़कर दबोच लिया। दूसरा व्यक्ति फरार हो गया। उसने कबूल किया कि वह प्रदुम्न शर्मा उर्फ कुंदन उर्फ साकेत उर्फ लूल्हा, पिता : स्व. ठाकुर आनंद शर्मा उर्फ आनंदी सिंह, ग्राम रूस्तमपुर, थाना : हुलासगंज, जिला जहानाबाद बिहार का निवासी है। एसपी ने बताया कि प्रदुम्न शर्मा बीजेएसएसी (बिहार-झारखंड स्पेशल एरिया कमेटी) का प्रमुख और मगध जोन का सबसे महत्वपूर्ण सदस्य है। साथ ही ईस्टर्न रिजन ब्यूरो के शीर्ष नेतृत्व से हमेशा संपर्क में रहा है।
बिहार-झारखंड स्पेशल एरिया कमेटी के सम्मेलन में यह सक्रिय रूप से शामिल रहा है। मगध जोन के विभिन्न कांडों में भी यह संलिप्त रहा है। प्रदुम्न शर्मा वर्ष 1996 से माओवादी के सक्रिय सदस्य के रूप में जुड़ा रहा है। उसने बिहार-झारखंड में करीब 90 से अधिक उग्रवादी कांडों को अंजाम दिया है और उन सभी के खिलाफ मामले दर्ज हैं। झारखंड सरकार ने प्रदुम्न शर्मा पर 25 लाख और बिहार सरकार ने 50 हजार का इनाम रखा है। इसकी गिरफ्तारी मगध जोन बिहार-झारखंड के लिए बड़ी सफलता मानी जा रही है।
एसपी ने कहा कि प्रदुम्न शर्मा की गिरफ्तारी से उग्रवादियों को बड़ा नुकसान पहुंचा है। संगठन का आर्थिक तंत्र भी कमजोर हुआ है। इसकी गिरफ्तारी से संगठन के विस्तार को भी धक्का लगा है। साथ ही मगध जोन से भाकपा माओवादियों का सफाया भी तय है। इसके विरुद्ध हजारीबाग जिले में तीन महत्वपूर्ण कांड चौपारण थाने में दर्ज हैं।
30 जून 2016, वर्ष 2018, 2019 और 2020 में लगातार उसने हजारीबाग, चतरा और कोडरमा में घटना को अंजाम दिया है। चौपारण के बक्सा डैम और अंबातरी में घर में विस्फोट करने और वाहन जाने का वह आरोपी रहा है। वर्ष 2018 में चौपारण के अंबातरी में पुलिस-माओवादी मुठभेड़ का नेतृत्व भी यही कर रहा था। साथ ही कोडरमा के सतगांवा और चतरा के राजपुर थाना कांड का भी यह वांछित आरोपी रहा है।