उज्ज्वल दुनिया, सिमडेगा। सिमडेगा पुलिस को बड़ी कामयाबी हाथ लगी है। रगदारी मामले की तहकीकात करते हुए बिहार से खूंखार नक्सली को धर दबोचा।
सिमडेगा पुलिस के तकनीकी सेल और जांबाज अधिकारियों ने इसमें अहम भूमिका निभाई।
एसपी डॉ शम्स तब्रेज ने बताया कि सिमडेगा के पाकरटांड़ थाने में 22 जून को भादवि की धारा 386/387 के तहत लेवी का एक मामला दर्ज किया गया।
इसमें एक ठेकेदार से टीपीसी उग्रवादी के नाम पर लेवी मांगी गई थी।
पुलिस मामले की तहकीकात शुरू की, तब तकनीकी सेल के सहयोग से पता लगा कि लेवी का फोन बिहार के अरवल से आया था।
उसके बाद एसपी के निर्देश पर टीम गठित हुई। टीम में शामिल सभी पुलिस अधिकारी और कर्मी बिहार के अरवल पहुंचे।
वहीं बिहार पुलिस के सहयोग से छानबीन शुरू की गई। इधर सिमडेगा पुलिस का तकनीकी सेल लगातार आरोपी का ट्रेस करती रही।
तकनीकी सेल से सूचना का पीछा करते पुलिस पटना के पालीगंज पहुंची।
वहां पुलिस ने पालीगंज थाना क्षेत्र के उदयपुर स्थित अंकुरी से उग्रवादी के नाम पर लेवी मांगने वाले गणेश प्रसाद उर्फ गणेश साव उर्फ हिप्पी को को धर दबोचा।
उसके पास से पुलिस को लेवी की लिस्ट और मोबाइल मिले।
गिरफ्तार हिप्पी पटना खीरी मोड़ थाना क्षेत्र के इमामगंज जामहारू का रहने वाला है।
पुलिस ने जब गिरफ्तार कर इसका आपराधिक इतिहास खंगालना शुरू किया, तो यह छोटे मामले में गिरफ्तार आरोपी एक बड़ा ही खूंखार नक्सली निकला।
उस पर बिहार में अलग-अलग थाना क्षेत्रों में 17 बड़े नक्सल मामले दर्ज मिले।
यह वांटेड भी रह चुका है। साथ ही माओवादियों से भी इसके घनिष्ठ संबंध रहे हैं।
सिमडेगा एसपी ने इस नक्सली को गिरफ्तार करने वाली सिमडेगा पुलिस टीम को नगद पुरस्कार देने की घोषणा की।